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न्यायालय के डंडे पर भीड़ भरी चुनावी सभाएं करने से रुके राजनीतिक दल

locationभिंडPublished: Oct 22, 2020 07:47:09 pm

लगातार टूट रहा था कोविड-19 का प्रोटोकॉल22 अक्टूबर को होने वाली कांग्रेस और भाजपा की चुनावी सभा की गईं रद्द

न्यायालय के डंडे पर भीड़ भरी चुनावी सभाएं करने से रुके राजनीतिक दल

गोहद में कांग्रेस की सभा में मंच पर बिना सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क के बैठे पूर्व सीएम कमलनाथ सहित कई नेता।

भिण्ड. मंच पर बिना मास्क और बिना सोशल डिस्टेंसिंग के चुनावी सभाओं में बड़ी संख्या में भीड़ जमा कर रहे नेताओं पर उच्च न्यायालय के आदेश उपरांत अंकुश लग गया है। अभी तक हुई कांग्रेस की एक एवं भाजपा की पांच चुनावी सभाओं में उमड़ी भीड़ कोरोना गाइडलाइन का खुला उल्लंघन करती रही।

उच्च न्यायलाय के आदेश उपरांत 22 अक्टूबर को जहां गोहद क्षेत्र के बाराहेड में राजयसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की सभा नहीं हुई। वहीं गोहद के मौ एवं मेहगांव के गोरमी में होने जा रही कांग्रेस के अरुण यादव की सभा भी नहीं हो पाई। बता दें कि भिण्ड जिले के गोहद एवं मेहगांव में भाजपा की ओर से दो सभाएं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की हैं, जबकि तीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की। जबकि कांग्रेस की ओर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की एक चुनावी सभा की गई जो गोहद में आयोजित की गई थी। सभी चुनावी सभाओं में जहां मंच पर कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ीं, वहीं भीड़ की शक्ल में जमा हुए लोगों ने कोरोना संक्रमण को बढ़ावा दिया।

किसी भी राजनीतिक दल के पदाधिकारी के खिलाफ नहीं हुई कार्रवाई


लगातार कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन किए जाने के बावजूद प्रशासनिक स्तर पर न तो भाजपा और ना ही कांग्रेस के किसी भी नेता के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई। वैश्विक महामारी की रोकथाम के उद्देश्य से जनहित में लागू की गई कोरोना गाइडलाइन को छोटे-बड़े सभी राजनीतिक दल के लोग अनदेखा करते रहे।

22 अक्टूबर को धरी रह गईं चुनावी सभाओं की तैयारियां


उल्लेखनीय है कि गोहद एवं मेहगांव विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के तहत 22 अक्टूबर को तीन आमसभाएं होने वाली थीं। गोरमी व मौ कस्बे में कांग्रेस के स्टार प्रचारक अरुण यादव की सभा तय थी, जबकि गोहद के बाराहेड में भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की सभा के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थीं। 21 अक्टूबर को उच्च न्यायालय द्वारा कोविड-19 के प्रोटोकॉल के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जाने के आदेश उपरांत प्रशासन ने आनन-फानन में दोनों ही दल के तीन कार्यक्रम की अनुमति रद्द कर दी। ऐसे में चुनावी सभाओं की तैयारियां धरी की धरी रह गईं।

प्रत्येक चुनावी सभा में जुटी 05 से 08 हजार लोगों की भीड़


चुनाव की घोषणा उपरांत हुई आमसभाओं में भाजपा की मेहगांव, गोरमी, अमायन, गोहद एवं मौ कस्बे में तथा कांग्रेस की गोहद नगर में आयोजित की गई चुनावी सभा में 05 से 08 हजार लोगों का जमावड़ा देखा गया था। लोग एक दूसरे से सटकर बैठे देखे गए और बिना सेनेटाइजर और बिना मास्क तथा बिना सोशल डिस्टेंसिंग के सभी चुनावी सभाएं बिना किसी रोकटोक के हो गईं। यदि प्रशासन ने सख्ती दिखाई होती तो उच्च न्यायालय को हस्तक्षेप करने की आवश्यकता ही नहीं पड़ती।

फैक्ट फाइल
अभी तक कांग्रेस की सभाएं हुईं 01
भाजपा की कुल चुनावी सभाएं 05
बसपा की चुनावी सभा 00
नेताओं पर हुईं अभी तक कार्रवाई 00

कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन के संबंध में अभी तक किसी के द्वारा शिकायत नहीं किए जाने से कार्रवाई नहीं की गई। यदि ऐसा कोई भी मामला अब सामने आता है तो स्वत: संज्ञान में लेकर कार्रवाई की जाएगी।
मनोज कुमार ङ्क्षसह, एसपी भिण्ड
किसी भी कार्यक्रम में यदि कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन नही पाया जाता है तो संबंधितों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। भीड़ वाले कार्यक्रमों की अनुमति नहीं होगी।
वीरेंद्र नवल सिंह रावत, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी भिण्ड

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