पोस्टर में लॉकडाउन का पालन करने एवं कोरोना से लडऩे के लिए अपने-अपने घरों में रहने के संदेश लिखे हैं। वार्ड 2 के रमन शर्मा (9), समर थापक (7), मानसी थापक (8), आयुष यादव (7) और माधवी थापक (5) ने स्टीकर बनाकर लोगों के घर के बाहर लगाकर घर में रहने की अपील की। साथ ही लोगों को समझाया कि कोई भी सड? पर ना निकले। आवश्यक काम के लिए बाहर जाते समय माक्स का उपयोग जरूर करें। आसपास गंदगी न होने दें। समय-समय पर साबुन या सेनेटाइजर से हाथ धोते रहें। इस प्रकार की ब‘चों की अपील देखकर नगर के लोगों ने इनके कार्य की काफ ी सराहना की।
शुभ-अशुभ कर्मों से ही मिलते हैं सुख-दुख (भिण्ड): आदिनाथ दिगम्बर जैन चैत्यालय जैन मंदिर में मंगलवार को विराजमान गणाचार्य विराग सागर ने कहा कि प्रत्येक जीव ने पूर्व में जो शुभ कर्म किए हैं, उनके अनुसार ही सुख दुख पाता है। ध्यान रखना जैन धर्म के शास्त्रों में भी यह भी कहा गया है कि कर्म शुभ का अशुभ में तथा अशुभ का शुभ में भी परिवर्तन हो सकता है।
सारे विश्व के लोग कोरोना से पीडि़त हैं। उनका निश्चित ही पूर्वकृत पापोदय या अशुभकर्म का उदय है। भगवान की भक्ति से, मंत्र, जाप आदि से वह भी परिवर्तित किए जा सकते है। यह न किसी देवता या भगवान का प्रकोप नहीं है।
यह स्वयंकृत कर्मों का फल है। अपने जीवन को शराब, व्यसन, तम्बाकू से मुक्त करें। शुद्ध आचार विचार, शाकाहार अपनाए तथा शासन प्रशासन के नियमों का पालन करें। घर पर बैठे-बैठे भगवत भक्ति मंत्र जाप पाठ करें। निश्चित ही यह कोरोना का अशुभोदय दूर होगा।