यहां बता दें कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्राम रतनूपुरा पर 300 से अधिका आवासों का निर्माण कराया गया है। जहां अधिकांश मकानों में लोग रहने भी पुहंच गए है। लेकिन प्रशासन द्वारा इनके लिए सड़क जैसी बुनियादी सविधाओं का इंतजाम नहीं कराया गया है। जिसके चलते स्थानीय निवासियों को प्रतिदिन आवागमन में परेशानी होती है। बता दें कि इस बस्ती में निवास करने वाली अधिकांश आबादी मजदूरी करने वाली है। जो लोग प्रतिदिन साइकिल अथवा पैदल आवागमन करते है। लेकिन सड़क की खस्ता हालत के चलते इन लोगों के लिए गुजरना मुश्किल हो जाता है। वहीं वाहन चालकों को भी अपने वाहनों से गुजरने में समस्या का सामना करना पड़ता है। इस सड़क से प्रतिदिन पानी के टैंकरों के गुजरने की वजह से लगातार नमी बनी रहती है। जिससे कई बार बाइक सवारों की गिरने की घटना हुई है। इस दौरान बाइक सवार गंभीर रूप से घायल होते होते बचे हैं। स्थानीय निवासियों की मांग के बावजूद अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है।
जलभराव की स्थिति में घर से निकलना होता है मुश्किल
असगर खांए प्रदीप खटीकए गणेश प्रजापति ने बता कि रतनूपुरा पर बसाई गई नवीन बस्ती में मुख्य सड़क के साथ ही घर के बाहर की सड़कों का सीसी निर्माण तो दूर वहां गिट्टियां भी नहीं डलवाई गई है। जिसके चलते बस्ती के निवासियों को घर बाहर निकलते ही कच्ची सड़क से गुजरना पड़ रहा है। वहीं बस्ती की बसाहट नीची होने की वजह से बारिश की स्थिति में जलभराव का संकट खड़ा हो जाता है। इन हालातों में लोगों को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में कई लोगों को घरों में पानी भरने की समस्या भी आती है। जिसके चलते स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
फिलहाल चुनाव में व्यस्त है। चुनाव बाद स्थानीय हालातों का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं दुरूस्त करवाई जाएंगी।
सुरेंद्र शर्मा, सीएमओ नगर पालिका भिण्ड