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सरपंचों ने छात्रों के हड़पे 2.17 करोड़ रुपए

locationभिंडPublished: Dec 16, 2017 04:56:16 pm

Submitted by:

shyamendra parihar

भिण्ड. दस साल में स्कूल भवन-अतिरिक्त कक्ष आदि निर्माण के लिए सरकार से स्वीकृत 2.17 करोड़ रुपए सरपंच तथा सचिवों ने बिना निर्माण किए ही हड़प लिए हैं, 16

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भिण्ड. दस साल में स्कूल भवन-अतिरिक्त कक्ष आदि निर्माण के लिए सरकार से स्वीकृत 2.17 करोड़ रुपए सरपंच तथा सचिवों ने बिना निर्माण किए ही हड़प लिए हैं, 162 निर्माण तो प्रारंभ ही नहीं हो पाएं है और 173 कार्य अधूरे हैं। एसडीएम कोर्ट से आरआरसी (रेवेन्यू रिकवरी सर्टिफिकेट) जारी होने के बाद भी सरपंच सचिव पैसा वापस करने को तैयार नहीं है। प्रभारी कलेक्टर ने वसूली के लिए सख्त कदम उठाने के संकेत दिए हैं।
जिला शिक्षा केंद्र की ओर से प्रकरण तैयार कर करीब डेढ़ साल पहले अनुविभागीय अधिकारी कार्यालयों को भेज दिए गए थे। संयुक्त प्रयासों से दो करोड़ रुपए की राशि वसूलने में सफलता मिल गई थी, लेकिन २.१७ करोड़ अभी भी सरपंच तथा सचिवों पर अटके हैं। डिफाल्टर सरपंच -सचिव न तो कार्य ही पूरा करा रहे हैं और नहीं सरकार को पैसा वापस करने क ो तैयार हैं। कई सरपंचों ने तो खातों से पैसा निकालकर खर्च भी कर लिए हैं। १३९ पंचायतों के ३३५ आरआरसी प्रकरण एसडीएम कोर्ट से सीईओ जिपं कार्यालय में पहुंच चुके हैं। सीईओ ने सरपंचों से ब्याज सहित पैसा वसूलने के निर्देश दिए हैं। पैसा वापस न करने वालों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई भी संभव है। निर्माण कार्य पूर्ण न होने से हजारों बच्चों को किचिन, जर्जर भवनों में पढऩे को मजबूर होना पड़ रहा है।
कार्य पूर्ण कराने चाहिए १० करोड़, बढ़ी राशि देने को तैयार नहीं सरकार

१० साल में निर्माण कार्यों की लागत में कई गुनीा तक वृद्धि हो चुकी है। वर्ष २००७ में १२ माध्यमिक भवन आए थे, एक भवन की लागत ६.७८ लाख थी जो वर्तमान में बढ़कर १४.७२ लाख हो गई है। इसी प्रकार प्राथमिक की लागत ४.७५ लाख से बढ़कर १२.२६ लाख पर पहुंच गई है। अधूरे और आप्रारंभ कार्य पूर्ण कराने के लिए १० करोड़ से भी अधिक की जरूरत है। राशि पहले से ही जारी होने के कारण सरकार रिवाइज करने क ो तैयार नहीं है, सरपंच भी कार्य पूर्ण कराने को तैयार नहीं है। ड्राइंग बदलकर निर्माण कार्य पूर्ण कराने की अनुमति मिल गई है, लेकिन सबसे बड़ी समस्या तो पैसा वापस मिलने की है।
डिफाल्टर सरपंच-सचिवों से बकाया राशि वसूलने के लिए आरआरसी जारी की जा चुकी है तथा आगे की कार्रवाई के लिए सीईओ जिपं को भेज दी गई हैं। अधूरे कार्य बकायादारों से ही करवाए जाएंगे, अप्रारंभ कार्यों की ब्याज सहित राशि वसूल की जाएगीछ
संजीव शर्मा डीपीसी भिण्ड

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