दोपहर 1.30 बजे के आसपास जनता कफ्र्यू के दौरान पुलिस की नजर ग्वालियर की ओर से आ रहे एक लोडिंग वाहन पर पड़ी। इसमें 26 मजदूर सवार थे, वाहन रोककर पूछताछ करने पर पता चला कि ये लोग अहमदाबाद से आ रहे हंै। पुलिस सभी को लेकर जिला अस्पताल आई। ट्रामा सेंटर के बाहर सभी को एक कतार में एक से डेढ़ मीटर की दूरी पर खड़ाकर क्लिनिकल जांच की गई। शरीर का तापमान और ऑक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता देखी गई और सभी के नाम पते दर्ज कर गंाव की ओर रवाना किया गया।
मंगला एक्सप्रेस से आए ग्वालियर उक्त सभी मजदूर भोपाल से मंगला एक्सप्रेस पर सवार होकर ग्वालियर तक आए थे, लेकिन जब भिण्ड की ओर आने के लिए उन्हें कोई वाहन नहीं मिला तो लोडर किराए पर आ गए। स्वास्थ्य विभाग को इन मजदूरों में कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका है। इसी प्रकार दोपहर 12 बजे के आसपास परेड चौराहे पर पुलिस की टीम ने गोरखपुर से आ रहे तीन राहगीरों को पकडक़र मेडिकल परीक्षण कराया है। ये सभी भिण्ड जिले के ही रहने वाले हैं। गोरखपुर किसी काम से गए थे। इटावा तक पूर्वा एक्सप्रेस से आए और वहां से किसी प्रकार भिण्ड आ गए। 24 घंटे के भीतर देश के विभिन्न हिस्सों से आए 24 पुरुषों और 11 महिलाओं का भी क्लिनिकली परीक्षण कराकर घरों में ही आइसोलेट रहने की सलाह दी है। मुख्य बात यह रही कि जिसे भी सीजनल खांसी, जुकाम हो रहा है वो भी कोरोना के भय के चलते सीधे जिला अस्पताल की ओर दौड़ लगा रहा है। पुलिस ने ऐसे तमाम लोगों को बीच रास्ते में ही डॉक्टरों की टीम बुलाकर उनका चैकअप कराया है। लोगों के बीच यह भी चर्चा रही कि जनता कफ्र्यू और लंबा हो सकता है। संभवत: वायरस की चैन तोडऩे के लिए एक या दो दिन में फिर से ऐसा ही नजरा देखने को मिले।