एक ओर कलेक्टर छोटे सिंह द्वारा सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को शांति व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में निर्देश दिए गए थे वहीं पुलिस अधीक्षक रूडोल्फ अल्वारेस ने सभी एसडीओपी व थाना प्रभारियों को कड़ी सुरक्षा रखने के निर्देश दे दिए थे। शहर के सदर बाजार, परेड चौराहा, लश्कर रोड एवं अटेर रोड इलाकों के अलावा संवेदनशील क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। इस दौरान सशस्त्र पुलिस बल के अलावा वज्र वाहन भी तैनात किए गए। शहर के सदर बाजार, गांधी मार्केट, हनुमान बजरिया, लश्कर रोड एवं लहार चुंगी इलाके के बाजार में स्थित दुकानें दोपहर करीब 12 बजे तक पूरी तरह से बंद रहीं। दोपहर बाद सभी दुकानें एक-एककर खोल ली गईं।
मेहगांव, लहार व गोहद में भी दोपहर तक बंद रखे गए प्रतिष्ठान कतिपय संगठनों के भारत बंद आह्वान पर गोहद, मेहगांव, लहार व अटेर में भी व्यापारियों ने स्वे‘छा पूर्वक अपनी दुकानें दोपहर तक बंद रखीं। स्थिति को साधारण देख दोपहर बाद दुकानें खुलनी शुरू हो गईं। इस बीच बाजार के अलावा आवासीय क्षेत्र में भी पुलिस का गश्त बना रहा। विदित हो कि 02 अप्रैल को कतिपय संगठन द्वारा भारतबंद का आह्वान किया गया था जिसे प्रशासन द्वारा हलके में ले लिए जाने के कारण हिंसात्मक घटनाएं घटित हो गईं थीं। इसबार प्रशासन ने जिले भर में सुरक्षा व्यवस्था सोमवार की देर रात से ही कड़ी करते हुए संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी कर दिए थे।
विभिन्न संगठनों ने दिया ज्ञापन भारत बंद आह्वान में संविधान बचाओ संघर्ष समिति के अलावा भारत मुक्ति मोर्चा, बहुजन क्रांति मोर्चा, राष्ट्रीय किसान मोर्चा, राष्ट्रीय मूल निवासी संघ, बहुजन मुक्ति पार्टी, ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं द्वारा सामूहिक रूप से ज्ञापन दिया। बंद कराने के लिए कार्यकर्ता विश्वनाथ सिंह, चंदन सिंह, लालूराम यादव, सियाशरण शाक्य, शेर सिंह आदि मौजूद थे।