सॉल्वर मिलने पर प्रशासन सतर्क, हर परीक्षार्थी का चेहरा होगा स्कैन हाइस्कूल परीक्षा के पहले ही दिन पकड़े गए सॉल्वर के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया है। अगले पेपर में प्रत्येक परीक्षार्थियों के चेहरे स्कैन होंगे। दरअसल, पकड़े गए सॉल्वर से जब मां का नाम पूछा तो वह नहीं बता पाया। वहीं पिता के नाम के आगे अपना असली सरनेम सिंह बता बैठा, जबकि असल में परीक्षार्थी का सरनेम निगम है। बोर्ड परीक्षा के दौरान एक सॉल्वर पकड़ा गया और एक-एक नकलची पकड़ा गया।
बोर्ड की परीक्षा को शांतिपूर्ण तरीके से कराने जिला प्रशासन के साथ पुलिस ने भी कमर कस ली है। बोर्ड परीक्षा के दौरान प्रत्येक परीक्षार्थी का बारीकी से स्कैन किया जाएगा जिससे कि परीक्षा में सॉल्वर पर कार्रवाई की जा सके। बोर्ड परीक्षा में कक्षा दसवीं की परीक्षा के पहले दिन शुक्रवार को ङ्क्षहदी विषय का पेपर हुआ। 24175 में से 22182 परीक्षार्थी उपस्थित रहे। इसमें से १९९३ छात्र अनुपस्थित रहे। जिले के साठ परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा के लिए बनाए गए निरीक्षण दल तहसील स्तर और जिला मुख्यालय पर परीक्षा केंद्रों का सतत निरीक्षण करते रहे। इस दौरान एडीएम प्रवीण फुलपगारे, एडिशनल एसपी कमलेश खरपुसे सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी केंद्रों पर निरीक्षण करते रहे।
बीइओ को नोटिस बोर्ड परीक्षा के दौरान दसवीं और बारहवीं के परीक्षा केंद्रों पर व्यवस्थाएं सही नहीं होने पर जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से भिण्ड बीइओ सुदाम सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। बोर्ड परीक्षाओं के दौरान परीक्षा केंद्रों पर फर्नीचर व सीसीटीवी के सही इंतजाम नहीं होने पर नोटिस जारी किया गया।
केंद्रों पर शांति, बदला परीक्षा का तरीका बोर्ड कक्षाओं की परीक्षा के दौरान बच्चे को छोडऩे के लिए आने वाले अभिभावक परीक्षा खत्म होने तक परीक्षा केंद्र के बाहर ही जमघट बनाकर रहते थे। अब ऐसा नहीं है। परीक्षा केंद्रों पर डयूटी करने वाले पुलिस बल के अलावा कोई नहीं मिल रहा है। परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्ण माहौल है।
मिहोना में चार छात्र नहीं हो सके दाखिल मिहोना में सरकारी हायर सेकंडरी स्कूल में बनाए परीक्षा केंद्र में चार छात्र दसवीं की हिंदी विषय की परीक्षा में शामिल नहीं हो सके। उन्हें रोक लिया गया। मौके पर पूछा तो उन्होंने बताया कि वे लेट हेा गए। उसके बाद वे बिना परीक्षा दिए ही लौटे। इसमें दो छात्र व दो छात्राएं हैं। दीपा पाल, रेनूपाल, नितेंद्र सिंह और मंगल सिंह है। इसमें दो छात्र भकोटी के और दो मोरखी गांव के निवासी हैं।