scriptStation circle, SDM, CMO transferred | अतिक्रमण तोडऩे पर विवाद, थाना घेरा, एसडीएम, सीएमओ का किया तबादला | Patrika News

अतिक्रमण तोडऩे पर विवाद, थाना घेरा, एसडीएम, सीएमओ का किया तबादला

locationभिंडPublished: Apr 20, 2023 03:13:14 pm

Submitted by:

Ravindra Kushwah

नगर के वार्ड क्रमांक 12 में नेशनल हाइवे पर निर्मित मोहनस्वरूप झा के मकान को तोडऩा प्रशासन को भारी पड़ गया। मुख्य नगरपालिका अधिकारी महेश पुरोहित को ग्वालियर और एसडीएम आरए प्रजापति को भोपाल भेज दिया गया है। इस मामले में एक-दो अधिकारियों पर और कार्रवाई हो सकती है। गृहस्वामी ने आरोप लगाया है कि सीएमओ ने घर में महिलाओं और बच्चों के रहते हुए मशीन से मकान तोडऩा शुरू कर दिया, जिससे जान का संकट उत्पन्न हो गया।

अतिक्रमण तोडऩे पर विवाद-भिण्ड
मदाखलत दस्ते से विवाद करते लोग।
भिण्ड/लहार. सीएमओ परिजनों और समर्थकों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट कराने थाने भी गए और सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने की चेतावनी के साथ थाने का घेराव भी किया। लेकिन स्थानीय स्तर पर खबर लिखे जाने तक दोनों में किसी भी पक्ष पर प्रकरण दर्ज नहीं हुआ है। मामला तूल तब पकड़ा जब गृहस्वामी ने नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह के इशारे पर कार्रवाई का आरोप लगाया और सीएमओ द्वारा नेता प्रतिपक्ष की शरण में जाने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने भोपाल में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य अंबरीश शर्मा गुड्डू पर शासकीय कार्य में बाधा डालने, मारपीट करने और बंदूक लहराने का आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग कर दी।
पूर्व विधायक भी पहुंचे मौके पर
लहार के पूर्व विधायक मथुराप्रसाद महंत भी इस दौरान मौके पर पहुंचे और प्रशासन पर ज्यादाती का आरोप लगाते हुए अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो बोले कि प्रदेश में हमारी सरकार होने के बावजूद सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि हमने सीएमओ व अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की तो पुलिस वाले कहने लगे आपकी सरकार है और आपको बाद में नीचा देखना पड़ सकता है।
क्या कहना है मकान मालिक का
गृह स्वामी मोहनस्वरूप झा बैल्डिंग का कारोबार करते हैं और भाजपा समर्थक हैं। उनका बेटा कीर्ति संघ में नगर कार्यवाह हैं। झा के अनुसार वर्ष 2003 में उनके मकान को अतिक्रमण मानकर तोड़ा गया था। बाद हमने अनुमति लेकर बना लिया। चार माह पहले फिर नोटिस चस्पा किया। झा के अनुसार उन्होंने मंजूरी के दस्तावेज दिखाए, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। सीएमओ ने घर पर आकर कहा कि नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह से मिल लो और सरेंडर हो जाओगे तो मकान बच जाएगा। बाद में फिर नोटिस चस्पा किया, तो हम फिर दस्तावेज लेकर कोर्ट गए और स्थगन आदेश लिया। इसमें सात जुलाई को तारीख लगी है। अब दो दिन पहले फिर और अंदर तक दुकान में निशान लगा दिए, इस पर हमने वकील से चर्चा की और आवेदन लगाया। न्यायालय ने आवेदन सात जुलाई की तय तारीख पर लाना। बाद में अवमानना का प्रकरण लगाने की सलाह दी। इस बीच आज अमला पहुंच गया तोडफ़ोड़ करने और हमें पूजा भी नहीं करने दी, महिलाओं से अभद्रता की और निकलने नहीं दिया, मशीन लगा दी, हमें कोई मौका नहीं दिया और मकान तोड़ दिया। मारपीट के आरोप निराधार हैं। वहीं घर की महिला शांति देवी ने बताया कि जब तोडफ़ोड़ शुरू हुई तब वह घर के अंदर पूजा कर रही थीं। हमने समझाया कि घर पर कोई नहीं है, ऐसे में मकान मत तोड़ो, लेकिन हमें नजरअंदाज कर दिया गया। परिवार के सभी सदस्य घर के अंदर फंस गए।
मुख्य नगरपालिका अधिकारी संभागीय कार्यालय अटैच
भाजपा नेताओं से विवाद के बाद आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास भरत यादव ने राजस्व उप निरीक्षक व प्रभारी सीमओ नगरपालिका लहार, महेश पुरोहित को प्रशासनिक कार्य सुविधा की दृष्टि से ग्वालियर अटैच कर दिया है। आगामी आदेश तक पुरोहित संभागय कार्यालय, नगरीय प्रशासन एवं विकास ग्वालियर/चंबल संभाग में कार्य करेंगे। हालांकि उनका वेतन नगरपालिका लहार से ही निकलता रहेगा।
अतिक्रमण मामले में एसडीएम का भी स्थानांतरण
लहार में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का आदेश देने वाले एसडीएम आरए प्रजापति का स्थानांतरण भोपाल कर दिया गया है। उप सचिव कार्मिक, मप्र शासन जितेंद्र सिंह चौहान के हस्ताक्षर से जारी आदेश में प्रजापति को प्रशासकीय आधार पर आगामी आदेश तक अवर सचिव मप्र शासन भोपाल पदस्थ किया गया है।
कथन-
मकान तोडऩे पर लगा स्थगन हटा दिया गया था, एसडीएम द्वारा तहसीलदार के पत्र लिखकर अतिक्रमण तुड़वाने के लिए अधिकृत किया गया था। कार्रवाई शुरू करते ही परिवार के सदस्यों व अन्य लोगों ने हमला कर दिया, थाने में एफआईआर कराने का प्रयास किया, लेकिन कुछ हो नहीं सका।
महेश पुरोहित, सीएमओ, लहार।
कथन-
हम तो अपने गांव जा रहे थे। हमारे पास आत्मरक्षार्थ शस्त्र के लिए लाइसेंस है। इसलिए राइफल लेकर जा रहे थे, विवाद होता देख थोड़ा रुक गए थे, हमने कोई हस्तक्षेप नहीं किया है। आरोप बेबुनियाद हैं।
अंबरीश शर्मा, सदस्य, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, भाजपा।
कथन-
अतिक्रमण हटाने के लिए तहसीलदार व सीएमओ की मौजूदगी में कार्रवाई की जा रही थी।भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अबंरीश शर्मा गुड्डू बंदूक लेकर अपने साथियों के साथ पहुंचे और कार्रवाई में बाधा डालते हुए विवाद किया। तहसीलदार के वाहन को तोड़ दिया और मुख्य नगरपालिका अधिकारी के साथ लाठियों से मारपीट कर घायल कर दिया। वीडियो में अंबरीश श् ार्मा बंदूक लहराते हुए अपने साथियों के साथ मारपीट करते एवं धमकी देते दिखाई दे रहे हैं। शासकीय कार्य में बाधा डालने, मारपीट करने वालों के खिलाफ प्रकरण दर्ज होना चाहिए।
डॉ. गोविंद सिंह, नेता प्रतिपक्ष
Copyright © 2023 Patrika Group. All Rights Reserved.