पुलिस के अनुसार चंद्रप्रताप उर्फ छोटू पुत्र राजवीर सिंह नरवरिया निवासी गणेश कॉलोनी भिण्ड ने अपने ही पिता की लाइसेंसी 12 बोर बंदूक से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना के वक्त उसका पिता राजवीर चक्की पर गेहूं पिसवाने गया था जबकि मां अनीता अस्पताल में दवा लेने गई थी। कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के चलते चल रहे लॉकडाउन में गली में सुनसान स्थिति थी।
एेसे में गोली की आवाज सुनने के बाद लोग घरों से निकले, लेकिन कुछ नजर नहीं आने पर फिर से वापस हो गए। उधर जब राजवीर चक्की पर गेहूं डालने के बाद वापस लौटे तो घर के कमरे में बेटे का खून से लथपथ शव पड़ा देखा। पास में ही उनकी लाइसेंसी बंदूक भी पड़ी मिली। वहीं जिला अस्पताल से जब उनकी पत्नी अनीता वापिस लौटी तो बेटे का शव देख अचेत हो गई। चंद्रपताप सिंह उर्फ छोटू ने आत्मघाती कदम क्यों उठाया फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस ने विवेचना शुरू कर दी है।