वीडियो 20 अप्रेल का बताया जा रहा है। कलेक्टर ने जांच कर मामला सही पाए जाने पर कार्रवाई करने की बात कही है। मालूम हो कि 20 अप्रेल की शाम छह बजे कोरोना कर्फ्यू शुरू हुआ था। इसके पहले ही व्यापारियों ने दुकानें बंद करना शुरू कर दी थीं। आरोप है कि इसी बीच शहर के पुस्तक बाजार मार्ग पर आबकारी चौकी के पास डिंपल शिवहरे की किराना दुकान से तहसीलदार प्रमोद गर्ग अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर पानी की पांच बोतलें, दो सिगरेट के पैकेट और गुटखे के पाउच ले गए।
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डिंपल ने प्रशासनिक अमले को आता देख दुकान का शटर बंद कर लिया था। इसके बावजूद तहसीलदार आए और दुकान का शटर उठाकर वापस चले गए। बाद में उनके दो सहकर्मी आए और दुकान से सामान उठा लिया। तहसीलदार का वीडियो वायरल
होने के बाद प्रशासनिक अमला सवालों के घेरे में है।
दुकान सील के बाद मांगी जा रही रिश्वत
सदर बाजार स्थित एक दुकानदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उसकी दुकान सील करने के बाद तहसीलदार ने अपने ड्राइवर के माध्यम से ढाई हजार रुपए की रिश्वत लेने के बाद दुकान की चाबी दी थी। तहसीलदार के ड्राइवर और दुकानदार के बीच इुई लेनदेन की बातचीत का ऑडियो दुकानदार के पास सुरक्षित है।
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भिण्ड तहसीलदार प्रमोद गर्ग ने कहा कि मैंने किसी दुकान से सामान नहीं लिया है। वीडियो किसी और का है, जिसे मेरे नाम से वायरल किया जा रहा है। जिला कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने कहा कि वायरल वीडियो की जांच करवाई जाएगी। दोषी पाए जाने पर संबंधित तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।