यहां बता दें कि कलेक्टर द्वारा मिट्टी के बर्तन एवं दीपक बनाकर बेचने वालों से शहर के अलावा मेहगांव, गोहद, लहार, अटेर एवं अन्य कस्बाई बाजारों में किसी प्रकार की बाजार वसूली नहीं किए जाने का आदेश दो दिन पूर्व जारी किया था। बावजूद नगर पालिका एवं नगर परिषद द्वारा उनसे न केवल वसूली की जा रही है बल्कि निर्धारित कर से दो गुना वसूल रहे हैं। इतना ही नहीं धनतेरस के दिन 20 गुना ’यादा वसूले जाने की हिदायत दे दी गई है।
दीपावली पर मिट्टी के दीपक जलाने के लिए बढ़ावा देने के उद्देश्य के तहत कलेक्टर द्वारा शुक्रवार को कुम्हारों से बाजार वसूली नहीं किए जाने का आदेश जारी किया था। ये है कि आदेश के बाद भी नपा एवं नगर परिषद द्वारा उनसे वसूली की जा रही है। यहां बतादें कि फुटपाथ पर दुकानें लगाने वालों से पांच रुपए वसूल किए जाने का प्रावधान है। नपा एवं नगर परिषद द्वारा फुटपाथ पर दुकानें लगाए बैठे कुम्हारों से पांच रुपए के स्थान पर 10 रुपए वसूल किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं धनतेरस के दिन कुम्हारों से एक दिन का 100 रुपए वसूल किए जाने के लिए हिदायत दे दी गई है।
2000 कुम्हार लगाते हैं दुकानें यहां बतादें कि भिण्ड शहर के अलावा गोहद, मेहगांव, अटेर, लहार, रौन, मिहोना, गोरमी, मौ, मालनपुर, फूप आदि कस्बों में करीब दो हजार कुम्हार मिट्टी के बर्तनों के अलावा दीपक बेचने के लिए फुटपाथ पर दुकानें लगाते आ रहे हैं। लिहाजा इस बार कलेक्टर ने ऐसे दुकानदारों को बाजार कर से मुक्त कर दिया है। फिर भी दीये बेचने वालों से वसूली की जा रही है।
-हमसे रोज 10 रुपए ले रहे हैं जबकि रसीद पांच रुपए की दी जा रही है। इतना ही नहीं धनतेरस के दिन 100 रुपए वसूलने के लिए कह दिया गया है। किशन प्रजापति, मिट्टी के दीपक विक्रेता भिण्ड
-पैसे नहीं देंगे तो नगर पालिका के लोग फुटपाथ से दुकान ही हटा देंगे। उन्हें पांच रुपए की जगह 10 रुपए देने पड़ रहे हैं। रामहेत प्रजापति, कुम्हार भिण्ड -कलेक्टर के आदेश के बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है। अगर ऐसा है तो फिर नपा कर्मचारी आगर हमसे रुपए क्यों ले रहे हैं।
मनीष प्रजापति, कुम्हार भिण्ड -यदि कुम्हारों से बाजार वसूली की जा रही है तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। कोई भी मिट्टी के दीपक बेचने वाला यदि शिकायत करता है तो हम कार्यवाही करेंगे।
छोटे सिंह, कलेक्टर भिण्ड