पत्रिका द्वारा पूर्व विधायक स्वर्गीय हरज्ञान बौहरे की पत्नी मायादेवी एवं उनके बेटे रविंद्रनाथ बौहरे की स्थिति को जाहिर करते हुए, दो बार विधायक रहे बौहरे का परिवार फुटपाथ पर बसर कर रहा जीवन, शीर्षक से पृष्ठ ०४ पर प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था। इसके उपरांत कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने उक्त मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि बुजुर्ग मायादेवी को व्यवस्थित आश्रय देने के अलावा प्रशासन उक्त मामले की जांच कराएगा। जांच में दोषी पाए जाने पर संबंधित परिजनों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी। विदित हो कि मायादेवी के साथ रह रहे उनके तीसरे बेटे रविंदनाथ बौहरे ने पत्रिका को बताया था कि उनका कोई साथ नहीं दे रहा है। पिछले २० साल से वे अपनी मां की सेवा कर रहे हैं। ३३ साल तक उनकी मां को पेंशन ही नहीं मिली थी और जब मिली तो महज पांच साल की पेंशन राशि अदा की गई वह भी तीन हजार रुपए प्रति माह के हिसाब से। हालांकि वर्तमान में उन्हें १० हजार रुपए मासिक पेंशन के रूप में मिल रहे हैं।
१२ साल से फरार पांच हजार का इनामी पकड़ा भिण्ड. गोहद थाना पुलिस ने पांच हजार के इनामी आरोपी को मुखबिर की सूचना पर घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी बीते १२ साल से फरार चल रहा था। थाना प्रभारी विनय यादव के अनुसार दिलीप सिंह पुत्र राजराज गुर्जर निवासी चौधरी का पुरा खरौआ गोहद वर्ष 2006 से हत्या के अपराध में फरार चल रहा था। आरोपी की गिरफ्तारी पर वर्ष 2014 में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक द्वारा पांच हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। दिलीप सिंह गुर्जर को गिरफ्तार करने में उप निरीक्षक आशीष शर्मा, एएसआई रविंद्र कुमार मांझी, आरक्षक प्रदीप कैन, दीवान सिंह गुर्जर आदि की सराहनीय भूमिका बताई गई है।