अंजली वर्मा पुत्री अजब सिंह वर्मा के अनुसार उसे अपने घर से कुछ ही दूरी पर रहने वाले बृजेश कुमार शाक्य पुत्र बदन सिंह शाक्य से प्रेम हो गया था। यहां बता दें कि बृजेश कुमार एक आंख से दिव्यांग हैं। बावजूद इसके उसने सारा जीवन उसके साथ बिताने का फैसला ले लिया था। इस बात की भनक जब अंजली के परिजनों को लगी तो न केवल उन्होंने एतराज जताया बल्कि उसका विवाह गोहद चौराहा थाना क्षेत्र के बिरखड़ी निवासी सजातीय युवक के साथ २९ अप्रैल २०१८ को होना तय कर दिया।
बृजेश से कहा था यदि तुमने शादी नहीं की तो डोली के बजाए मेरी अर्थी उठेगी अंजली के अनुसार वह बृजेश के अलावा किसी और से विवाह नहीं करना चाहती थी। जब उनके माता-पिता ने दूसरी जगह रिश्ता कर शादी की तारीख भी तय कर दी थी। ऐसे में अंजली ने बृजेश कुमार से कहा कि यदि उसने शादी नहीं की तो विवाह के दिन डोली नहीं उसकी अर्थी उठेगी। ये सुनते ही बृजेश ०६ अप्रैल की अल सुबह ही अंजली को अपने साथ ले गया और आर्य समाज के मंदिर में शादी रचा ली। इतना ही नहीं तीन दिन बाद भिण्ड में आकर कानून अपनी शादी का पंजीयन भी करवा लिया। उधर परिजनों ने देहात थाने में अंजली की गुमशुदगी भी दर्ज करा दी थी ऐसे में पुलिस उसे तलाश रही थी। १६ अप्रैल को देहात थाना पहुंचकर दोनों ने समर्पण कर दिया और अपनी सुरक्षा के लिए गुहार भी की।
प्रेमी युगल ने घर से भागकर कोर्ट मैरिज कर ली है। युवती के परिजनों द्वारा गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। इसलिए आज दरफ्यतगी की कार्रवाई की गई है। उदयभान सिंह , टीआई देहात थाना भिण्ड