दंबगों ने रास्ता रोका, नहीं पहुंच पा रहे मरीज अस्पताल इलाज का संकट
मिहोना क्षेत्र के बारहेट-कुंवरपुरा के रास्ते के दोनों ओर दंबगों रास्ते पर डाली मिटटी, लगाए फैंसिंग के खंबे।
भिंड
Published: February 21, 2022 01:03:27 pm
रविभान भदौरिया. भिण्ड। जिले के मिहोना क्षेत्र में बारहेट -कुंवरपुरा रोड पर दबंगों ने लकड़ी के खंबे लगाकर और मिटटी डालकर रास्ते जगह पर अतिक्रमण कर लिया है। जिससे वहां से गुजरने वाले लोगों को परेशानी हो रही है। गांव के लोग पांच किलोमीटर की दूरी तय तय करके मरीज को लेकर अस्पताल तक पहुंच पा रहे हैं। ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी हालात जस के तस हैं। पहले ग्रामीण इसी चौड़ी सडक़ का उपयोग करके मुख्य मार्ग पर पहुंचते थे।
मिहोना से जगनपुरा, बाराहेट व कुंवरपुरा के रास्ते पर क्षेत्र के किसानो ंने सडक़ के दोनों और अतिक्रमण कर लिया है। ग्रामीणों को मुख्य मार्ग तक पहुंचने में परेशानी हो रही है। सबसे अधिक परेशानी मरीज को अस्पताल इलाज के लिए ले जाने में होती है। चार पहिया वाहन भी इस रास्ते से नहीं गुजर पा रहा है। बारिश के दिनों में परेशानी अधिक हो जाती है। उसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। उसके बाद भी मौके पर हालात जस के तस बने हुए हैं। ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। स्थानीय मोनी सिंह, प्रमोद सिंह ने भी रास्ते के दोनों ओर से अतिक्रमण हटाए जाने की मांग की है। जिससे कि आसानी से छात्र व ग्रामीण वहां से गुजर सकें।
चौड़ी सडक़ पर मिटटी डालकर किया अतिक्रमण :
क्षेत्र के ही किसान रास्ते की भूमि पर अतिक्रमण कर रहे हैं। मिटटी डालकर रास्ता पूरी तरह से रोक दिया है। पैदल तो लोग निकल जाते हैं। लेकिन इस रास्ते से होकर कोई चार पहिया वाहन या एंबूलेंस नहीं निकल पा रही है। अतिक्रमकारियों ने रास्ते में मिटटी डालने के साथ साथ खंबे भी गाड़ दिए हैं। जिससे कि वहां से कोई निकल न सके। गांव के लोग जगनपुरा से होकर मुख्य मार्ग पर पहुंचते हैं। उसके बाद ग्रामीण मिहोना और लहार पहुंचते हैं।
बारिश में बढ़ जाती है परेशानी :
पैदल चलने के रास्ते पर भी खंबे लगाकर अतिक्रमण किया जा रहा है। बारिश के चार महीनों में स्थानीय लोग कीचड़ और दलदल से होकर मुख्य मार्ग पर पहुंचने के लिए तीन किलोमीटर की दूरी तय कर रहे हैं। ग्रमीणों को इलाज के लिए मिहोना के सरकारी अस्पताल में आना पड़ता है।
क्या बोले ग्रामीण :
- राजस्व व अन्य विभागों को रास्ते पर कब्जा करने की शिकायत की। उसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। ग्रामीणों को बहुत परेशानी हो रही है।
रामपाल सिंह, वारेहट गांव।
- सरकारी दस्तावेजों में भी रास्ता होने के बाद वहां पर अतिक्रमण करके रास्ता नहीं छोड़ा गया है। उसकी नापजोख कर अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। रामेश्वर पुजारी, हनुमान गढ़ी,
कथन :
सरकारी रास्ते पर अतिक्रमण करना गलत है। यदि ऐसा है तो उसको मुक्त कराया जाएगा। जिससे कि वहां से गुजरने वाले लोगों को परेशानी न हो।
आरके मौर्य, तहसीलदार, मिहोना।
-----रविभान-----

दंबगों ने रास्ता रोका, नहीं पहुंच पा रहे मरीज अस्पताल इलाज का संकट
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