देवगढ़ गांव की आबादी 1200 है। गांव में लगभग 75 मकान बने हुए हैं। गांव, ग्राम पंचायत ऊमरी का मजरा है। ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत द्वारा देवगढ़ में विकास कार्य कराने में भेदभाव किया जा रहा है। गांव में पेयजल के सुदृढ़ृ इंतजाम नहीं हैं, पंचायत द्वारा यहां ग्रामीणों के घरों में शासकीय सहायता से बनने वाले शौचालय भी नहीं बनाए गए हैं। गांव का आगंगनबाड़ी भवन एक दशक से भी ’यादा समय से अधूरा पड़ा है। सबसे बड़ी समस्या गांव के नन्हे ब”ाों को गांव से 2 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम किटी के शासकीय प्राथमिक विद्यालय में पढऩे के लिए जाना आना पड़ता है। गांव के सत्यस्वरूप यादव बाबा कहते हैं, कि देवगढ़ गांव के नाम से शिक्षा विभाग में स्वीकृत शासकीय प्राइमरी विद्यालय को साजिशन ग्राम किटी में खोल दिया गया है जबकि यह स्कूल देवगढ़ में होना चाहिए था। बरसात में पहुंच मार्ग बंद हो जाने व कीचड़ हो जाने से ब”ो तीन चार माह तक स्कूल नहीं आ जा पाते।
गहियर बाबा मंदिर पर होता है हजारों श्रद्धालुओं का आवागमन :
देवगढ़ गांव में गहियर बाबा का सिद्ध स्थान (मंदिर) है जहां रोज दूर दूर से श्रद्धालु दर्शनों को पहुंचते हैं। सिद्ध स्थान पर वर्ष में दो बार वार्षिक मेलों का आयोजन होता है जहां जिले के आसपास के अन्य नगरों से हजारों लोग पहुंचते हैं। गांव के पहुंच मार्ग के क”ो होने से सबसे ’यादा मुश्किल बाहर से वाहनों से आनेवाले श्रद्धालुओं को होती है। गांव के लोगों के द्वार समय-समय पर सडक़ के लिए किए गए आंदोलन व धरनों में जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों द्वारा उन्हें सिर्फ आश्वासन दिए गए हैं, पर सडक़ नहीं बनाई गई।
देवगढ़ के क”ो पहुंच मार्ग का सीसी से निर्माण कराया जाएगा। आचार संहिता के बाद इस पर कार्रवाई की जाएगी।
-संजीवसिंह कुशवाहसंजू, विधायक भिण्ड।