एक समुदाय के लोग अनसूचित जाति के लोगों पर अत्याचार व अन्याय के खिलाफ तीन सूत्रीय मांगों को लेकर मंगलवार को रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपना चाहते थे। समाज के लोगों द्वारा दो दिन पूर्व प्रशासन से इसकी अनुमति भी चाही गई लेकिन दूसरे समुदाय विशेष के लोगों ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई थी। बावजूद इसके बद भी एक समुदाय के लोग मंगलवार सुबह ११ बजे अटेर रोड रेलवे क्रॉसिंग पर जमा हो गए। इधर दूसरे समुदाय के लोग बंबा की पुलिया पर इक_े हो गए। दूसरे समुदाय का कहना था कि वे उनकी रैली को रोकेंगे तथा उन्हें कलेक्ट्रेट तक नहीं पहुंचने देंगे। ऐसे में रेलवे क्रॉसिंग पर जमा एक समुदाय से ज्ञापन लेने के लिए एसडीएम संतोष तिवारी मौके पर ही पहुंच गए और उन्हें आगे बढऩे का अवसर ही नहीं दिया।
प्रशासन को थी उपद्रव की आशंका एक समाज की ओर से ज्ञापन सौंपे जाने के दिन होने वाले उपद्रव की आशंका प्रशासन को पूर्व में थी। फलस्वरूप पूरे अटेर रोड इलाके को पुलिस छावनी बना दिया गया था। छिटपुट उपद्रव की सूचना पर पुलिस बल से भरे आधा दर्जन वाहन मौके पर पहुंच गए थे। ऐसे में उपद्रवी एक-एककर गायब हो गए। अटेर रोड इलाके में सीएसपी वीरेंद्र सिंह तोमर, देहात टीआई
उदयभान सिंह यादव, सिटी कोतवाली टीआई शैलेंद्र सिंह कुशवाह, गोरमी थाना प्रभारी राकेश शर्मा, निरीक्षक विनय यादव प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
जनपद अध्यक्ष पति गजराज जाटव व पूर्व विधायक रणवीर जाटव ने किया नेतृत्व एक समुदाय द्वारा ज्ञापन सौंपे जाने के लिए जमा हुई भीड़ का नेतृत्व जनपद अध्यक्ष संजू जाटव के पति गजराज जाटव एवं पूर्व विधायक रणवीर जाटव कर रहे थे। हालांकि एसडीएम संतोष तिवारी को ज्ञापन सौंपे जाने के दौरान दोनों ही नेता धीरे से भीड़ से निकल गए। राज्यपाल के नाम दिए गए ज्ञापन के माध्यम से एक समुदाय के लोगों ने मांग की है कि अटेर के ग्राम खेरी में कलियान जाटव पर हुए हमले में हत्या के प्रयास की धारा का इजाफा किया जाए। उन्हें तत्काल सुरक्षा मुहैया कराई जाए तथा कलियान जाटव के बेटे के नाम शस्त्र लायसेंस जारी किया जाए। विदित हो कि ०२ नवंबर को समुदाय विशेष के लोगों ने कलियान जाटव को अपमानित कर पीट पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था।
प्रशासन की सजगता से बलवा होते-होते बचा एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर जैसे ही ज्ञापन लिया उसके चंद पलों में ही एक समुदाय के कुछ लोगों ने एक मीडियाकर्मी युवक पर हमला कर दिया। गनीमत ये रही कि पुलिस बल मौके पर था जिसने दौड़कर पिट रहे युवक को सुरक्षा घेरे में ले लिया। इतना ही नहीं कुछ देर बाद सड़क पर गुजर रहे लोगों को रोक कर भीड़ ने उनके साथ भी मारपीट शुरू कर दी। इधर बंबा की पुलिया के पास जमा दूसरे समुदाय के लोगों ने अटेर रोड पर स्थित एक दुकान में तोडफ़ोड़ कर दी। इससे पहले कि स्थिति विकराल रूप लेती पुलिस बल ने माहौल को नियंत्रित कर लिया।