कोयल से सीख लेने की जरूरतगणाचार्य ने कहा कि एक पक्षी होकर भी कोयल इतनी कोमल बोली बोलती है कि उसे ठहरकर सुनने का मन करता है। तब हम इंसान अपनी वाणी में मधुरता क्यों नहीं ला सकते । वाणी और व्यवहार में मधुरता, कोमलता से सबका मन जीता जा सकता है।
भगवान महावीर स्वामी जयंती शहर में धूमधाम और उल्लास के साथ मनाई गई। श्रीजी की शोभायात्रा किला गेट से दोपहर में दो बजे शुरू हुई और करीब ढाई किलोमीटर का सफर तय कर लश्कर रोड स्थित कीर्तिस्तंभ परिसर में शाम पांच बजे पहुंच पाई। इस दौरान शहर में व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे और महिला-पुरुष एवं बच्चों के साथ चल समारोह में भागीदारी की। धर्मध्वजा, छत्र लेकर स्वयं सेवक शामिल हुए।
भिंड•Apr 05, 2023 / 03:33 pm•
Ravindra Kushwah
धर्म को भी हमने मनोरंजन और परंपरा समझ लिया-गणाचार्य पुष्पदंत सागर