मोबाइल पर मैसेज आना शुरू होते ही किसानो के चेहरे खिल उठे। उक्त किसानों ने वर्ष 2016-17 में गेहूं तथा 2016 में धान की फसल सरकार को बेची थी। सीएम के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखने के लिए पुरानी कृषि उपज मंडी में बड़ी संख्या में किसान, जनप्रतिनिधि, अधिकारी उपस्थित रहे।
सांसद डॉ भागीरथ प्रसाद ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों ने कभी सोचा नहीं था कि उनको पिछले साल की राशि प्राप्त होगा। किसानों के लिए आज खुशी का दिन है। सीएम ने यह दिखा दिया है कि यह सरकार किसानों की सच्ची हितैषी है। मप्र देश का पहला राज्य है जहां किसानों को बोनस तथा प्रोत्साहन राशि के रूप में सौगात मिलती रही है। विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने किसानों के हित के लिए कई योजनाएं शुरू की है इनका असर भी जमीन पर दिखने लगा है। योजनाओं के माध्यम से किसान खेती को फायदें का धंधा बना रहे है। सीएम ने किसान ऋण मुक्त योजना भी चालू की है। कर्जदार किसान मूल राशि को दो किस्तों में जमा कर कर्ज मुक्त हो सकतें हैं बल्कि अगली फसल के लिए ऋण लेने के पात्र भी हो सकतें हैं। कलेक्टर डॉ इलैया राजा टी ने कहा कि किसानों को इस वर्ष समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी करने की सुविधा पूरे प्रदेश में उपलब्ध कराई गई है। 1735 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदा जाएगा। इसके बाद 265 रुपए प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि 10 जून 2018 तक खाते में उपलब्ध कराई जाएगी। सरसों, चना, मसूर बेचने वाले किसानों को 100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई जाएगी। इसप्रकार से किसान को एक क्विंटल पर दो हजार रुपए की राशि प्राप्त होगी।
समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए 38 तथा सरसों के लिए १६ केंद्र बनाए गए है। साथ ही 9 मण्डियों में खरीदी की व्यवस्था की गई है। जिला स्तरीय किसान सम्मेलन में भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव कांकर,जनपद अध्यक्ष उर्मिला गोयल,भाजपा जिला महामंत्री सतेन्द्र सिंह भदौरिया, रामलखन सिंह बघेल, रामप्रकाश मांझी, उप संचालक कृषि एसपी शर्मा, सहायक संचालक कृषि Ÿआरएस शर्मा, तकनीकि सहायक पंकज सविता आदि के अलावा बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।