भारौली खुर्द निवासी शीला देवी के अनुसार उसकी पुत्रवधू राधा राजावत पत्नी सुनील राजावत को सोमवार की अलसुबह प्रसव पीड़ा शुरू हुई थी। तदुपरांत जननी एक्सप्रेस के लिए कॉल किए गए। करीब एक घंटे के इंतजार के बाद भी जननी एक्सप्रेस प्रसव नहीं पहुंची। महिला की हालत बिगडऩे की स्थिति में प्राइवेट वाहन के जरिए जिला अस्पताल ले जाने की व्यवस्था की गई। प्रसूति केंद्र पहुंचने से पूर्व महिला की डिलीवरी रास्ते में ही हो गई। उसने बेटी को जन्म दिया।
दो बच्चियों को बिलखता छोड़ गई हालांकि नवजात बच्ची सुरक्षित है, लेकिन प्रसव के बाद से ही महिला को रक्तस्त्राव शुरू हो गया जो जिला अस्पताल पहुंचने तक जारी रहा। प्रसूति केंद्र में रक्तस्त्राव रोकने के प्रयास किए गए, लेकिन चिकित्सक सफल नहीं हो हुए। लिहाजा महिला ने दम तोड़ दिया। राधा की चार साल पूर्व शादी हुई थी। दो साल की एक बेटी घर पर है जबकि यह उसका दूसरा प्रसव था। हालांकि परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
महिला का प्रसव रास्ते में ही हो गया था, जहां उसे रक्तस्त्राव शुरू हो गया। गंभीर हालत में उसे भर्ती किया गया था। यहां उसे बचाने के तमाम प्रयास विफल हो गए।
डॉ. अनिल गोयल, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल भिण्ड
डॉ. अनिल गोयल, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल भिण्ड