बजट घोषणा के बाद निदेशालय के निर्देश पर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की डीपीआर तैयार कराई गई। प्रस्ताव निदेशालय को भेजा गया। आईटीआई परिसर में कक्षों का अभाव होने से दो ट्रेड की कक्षाएं भी तिजारा में संचालित हो रही हैं।
सरकार बदलते ही…बजट 2023-24 में भिवाड़ी आईटीआई को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने की घोषणा हुई। इसमें इमारत का सौंदर्यीकरण एवं उपकरणों की खरीद होनी थी। जोधपुर निदेशालय से मिले निर्देश के बाद स्थानीय स्तर पर पीडब्ल्यूडी ने लागत का अनुमान लगाया। निदेशालय ने इमारत के सौंदर्यीकरण के लिए 73 लाख का बजट बताया था, जबकि उपकरण, साजो सामान एवं मशीनरी खरीद के लिए 32 लाख का बजट बताया। पीडब्ल्यूडी ने इमारत के सौंदर्यीकरण के लिए 75.55 लाख के बजट की जरूरत बताई। जिसके बाद स्थानीय अधिकारियों ने मुख्यालय को प्रस्ताव भेज दिया और प्रदेश में सरकार बदल गई। तत्कालीन सरकार की बजट घोषणा के अनुसार 33 जिलों में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाए जाने थे। जिला मुख्यालय के अलावा सात आईटीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए शामिल की गई थी जिसमें भिवाड़ी शामिल था। भिवाड़ी में औद्योगिक क्षेत्र होने की वजह से इस सेंटर से युवाओं को तकनीकि रूप से दक्ष बनाने में मदद मिलेगी।
तिजारा में कक्षाएंबजट घोषणा के बाद टर्नर और रेफ्रीजरेशन एवं एसी मिकेनिक (आरएसी) की ट्रेड शुरू हुई। टर्नर और आरएसी का कैंपस आईटीआई तिजारा में चल रहा है। दोनों ट्रेड में 20-20 सीट हैं। जबकि इलेक्ट्रिशियन की 20 सीट, फिटर की 20 सीट, इलेक्ट्रोनिक्स मिकेनिक की 24, मिकेनिक मोटर व्हीकल की 24 और वेल्डर की 20 सीट पर प्रशिक्षण फूलबाग स्थित आईटीआई में दिया जा रहा है।
वर्तमान बजट में भिवाड़ी को 31.92 लाख का बजट टूल एंड मशीनरी के लिए मिला है, उपकरणों की खरीद जोधपुर से ही हेागी।संजय सिंह पटेल, सहायक निदेशक प्रशिक्षण, आईटीआई भिवाड़ी