scriptघनी आबादी क्षेत्र में बिजली के झूलते तारों से करंट का खतरा | danger of electrocution due to hanging electric wires in densely popu | Patrika News

घनी आबादी क्षेत्र में बिजली के झूलते तारों से करंट का खतरा

locationभिवाड़ीPublished: May 24, 2023 08:13:23 pm

Submitted by:

Dharmendra dixit

डेढ़ साल पहले अभियान में सैकड़ों दुर्घटना वाले बिंदुओं को हटाया, तब से अब तक नहीं ली सुध

घनी आबादी क्षेत्र में बिजली के झूलते तारों से करंट का खतरा

घनी आबादी क्षेत्र में बिजली के झूलते तारों से करंट का खतरा

भिवाड़ी। बिजली के झूलते तार और झुके हुए खंबे आमजन के लिए खतरा बने हुए हैं लेकिन विद्युत निगम के जिम्मेदार अभियंता इसे नहीं देख पा रहे हैं। घनी आबादी क्षेत्र सांथलका में जमीन से छूकर बिजली की केबल गुजर रही है। केबल भी कोई एक दो नहीं कई सारी हैं। वर्षों से यह केबल ऐसे ही जमीन पर झूलती हुई दो खंबों के बीच में लटक रही है, इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। सांथलका में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर रहते हैं। मजदूर कॉलोनियों की संख्या अधिक होने से यहां आबादी का दबाव भी ज्यादा है। जिसकी वजह से सडक़ और आम रास्तों पर इस प्रकार के झूलते तारों से दुर्घटना की अधिक आशंका है। मजदूर दिन में फैक्ट्रियों में काम पर चले जाते हैं और दिन में बच्चे अकेले रह जाते हैं। इस क्षेत्र में गली-मोहल्लों में बच्चे खेलते रहते हैं और इस तरह के झुके हुए तार से बड़ा हादसा हो सकता है। पूर्व में एक बार निगम ने मुख्यमंत्री के आदेश पर बिजली के जोखिम वाले स्थलों को चिन्हित कराकर उनका निराकरण कराया था लेकिन तब से अब तक निगम अभियंताओं ने दोबारा सुध नहीं ली है।
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तब अभियान चलाकर सैकड़ों स्थलों से खतरे को किया दूर
बिजली संबंधी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विद्युत निगम मुख्यालय ने भारी जोखिम वाले बिंदुओं को चिन्हित करने के निर्देश सभी उपखंड कार्यालयों को दिए थे। करीब डेढ़ साल पहले भिवाड़ी और टपूकड़ा उपखंड में खतरे वाले क्षेत्र पहचाने गए और वहां दुर्घटनाओं को रोकने के लिए इंतजाम किए गए। निगम के अभियंता और लाइनमेन द्वारा भारी जोखिम वाले बिंदु चिन्हित किए। भिवाड़ी उपखंड में 325 जोखिम स्थलों को चिन्हित कर वहां सुधार कार्य कराए गए थे। भिवाड़ी और टपूकड़ा उपखंड में 1524 हाई रिस्क पोइंट चिन्हित किए गए थे। दोनों उपखंड में 1336 बिंदुओं पर खतरे की आशंका को कम किया गया। जोखिम स्थल कम होने से हादसों की आशंका भी कम होगी। भिवाड़ी में 325 और टपूकड़ा में 1199 ज्यादा खतरे वाले स्थल चिन्हित हुए थे। निगम ने दोनों जगह के 1336 स्थल को चिन्हित कर वहां आ रही तकनीकि खामियों को दूर किया था।
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इन कमियों को किया दूर
एलटी पिलर पर खुले बॉक्स को बंद किया गया। जमीन पर निकल रहे 85 यूजी केबल कट को अंदर दबाया गया। झुके हुए पोल को सही किया गया। स्टे इंसुलेटर को सही किया गया। ढीले तारों को सही किया गया। जहां पोल की दूरी अधिक थी वहां अतिरिक्त पोल लगाए गए। ट्रांसफार्मर की अर्थिंग को सही किया गया। घरों के ऊपर से निकल रहे तारों को हटाया गया। रोड क्रॉसिंग पर आ रहे तारों के नीचे गार्डनिंग की गई।
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बारिश से पूर्व सभी प्रकार का रखरखाव कार्य कराया जाएगा, इसमें तारों के ऊपर पेड़ की शाखाओं की छंटनी से लेकर झूलते और झुके हुए खंबों को सही कराया जाएगा।
रमेश चंद्र मीणा, सहायक अभियंता
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