रीको की ओर से एक से 16 नवंबर तक भूखंड खरीदारों को ऑक्शन में भाग लेने के लिए ईएमडी राशि जमा कराने का समय दिया था। इसके बाद 17 से 21 नवंबर की शाम पांच बजे तक ऑक्शन लगाने का समय रखा गया। रीको ने करीब छह माह बाद ऑक्शन के लिए भूखंड लगाए थे। ईएमडी राशि जमा करने के दौरान ही उद्यमियों में काफी उत्साह देखा गया। इसका असर ऑक्शन के समय भी देखने को मिला। कई प्लाट ऐसे थे, जिन पर 26 आवेदकों ने बोली लगाई। सबसे अधिक बोली एससी वर्ग के लिए आरक्षित एक भूखंड की रही। इस भूखंड की आरक्षित दर 7700 रुपए प्रति वर्गमीटर रखी गई थी। जिसके ऑक्शन में 19 आवेदकों ने भाग लिया। आवेदकों ने इस भूखंड को खरीदने के लिए शाम सवा सात बजे तक अंतिम बोली लगाई। इस दौरान भूखंड की कीमत 41 हजार रुपए तक पहुंच गई। रीको की ओर से एससी वर्ग के लिए आरक्षित भूखंड को बोली छूटने की आधी दर पर आवंटित किया जाता है। इसलिए इस प्लाट पर अधिक खरीदार रहे। करीब 12 प्लाट ऐसे रहे, जिन पर बोली लगाने वालों की संख्या 10 से लेकर 26 तक रही। कई प्लाट ऐसे रहे, जिनके लिए रात आठ बजे तक घमासान मचा रहा। बोली लगाने वालों ने हर पांच मिनट में भाव बढ़ाकर लगाए और भूखंड खरीदने का हर संभव प्रयास किया।
यहां पहली बार ऑक्शन
रीको ने नवविकसित औद्योगिक क्षेत्र शाहड़ौद और सलारपुर में पहली बार ऑक्शन किया। यहां भी रीको को आरक्षित दर की अपेक्षा ऊंचे भाव मिले। शाहड़ौद में 7700 रुपए आरक्षित दर रखी गई थी। यहां पर सामान्य वर्ग के भूखंड का ऑक्शन 23 हजार 740 रुपए प्रति वर्गमीटर तक पहुंचा। सलारपुर के लिए आरक्षित दर 7200 रुपए प्रति वर्गमीटर रखी गई थी, जहां ऑक्शन 16 हजार 970 रुपए प्रति वर्गमीटर तक पहुंचा। रीको ने पुराने औद्योगिक क्षेत्र स्थित प्लाट का भी ऑक्शन लगाया गया, लेकिन दोनों ही नवविकसित क्षेत्र में खरीदारों की संख्या अधिक रही।