गांव कलाली निवासी किसान जौहरी सिंह अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ खेतों में बने कुएं को ठीक करने पहुंचे थे। दोपहर कुएं को ठीक करने जौहरी सिंह को उतारा तो जहरीली गैस के कारण दम घुटने से बेहोश हो गया। काफी देर तक कोई आवाज नहीं आने पर सुमित अपने ताऊ को देखने कुएं में नीचे उतरा तो वह भी जहरीली गैस की चपेट में आने से बेहोश हो गया। दोनों किसानों की काफी देर तक कोई हलचल या आवाज सुनाई नहीं दी तो बलवान सिंह कुएं में उतर गया। तीनों किसान कुएं की जहरीली गैस के कारण बेहोश हो गए। पास ही कार्य कर रहे ग्रामीणों और किसानों ने घटना की जानकारी प्रशासन व पुलिस को दी। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड व एंबूलेंस की गाडियां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद तीनों को बाहर निकाला।
इस दौरान दो किसान मृत पाए गए और बलवान सिंह की हालत गंभीर बनी हुई थी। चिकित्सकों की टीम ने गंभीर किसान को ऑक्सीजन लगाकर उपचार शुरू कर दिया। वहीं मृत दोनों किसानो के शवों को पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया।
परिजनों का आरोप समय पर पहुंचता प्रशासन तो बच जाती जान
परिजन समुन्द्र ने बताया कि घटना के बारे में उन्होंने प्रशासन को फोन कर दिया था। लेकिन काफी समय तक उनके पास कोई नहीं पहुंचा। करीब दो घंटे बाद फायर ब्रिगेड व एंबूलेंस की गाड़ी मौके पर पहुंची थी। दोनों के पास बचाव के लिए कोई पुख्ता उपकरण या मशीनें नहीं थी। अगर समय पर पहुंच जाते तो किसानों को बचाया जा सकता था। सरकारी अस्पताल पहुंचे नायब तहसीलदार राजकुमार ने बताया कि सूचना मिलते ही स्वास्थय विभाग की टीम व फायर ब्रिगेड भेज दी थी। कुएं में जहरीली गैस होने के चलते दम घुटने से दो किसानों की मौत हुई है, जबकि तीसरे किसान का उपचार चल रहा है। फिलहाल सदर थाना पुलिस द्वारा इस मामले में कार्रवाई की जा रही है।