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हरियाणा में दलित और पिछडा वर्ग के वोटों में सेंध लगाने के लिए मैदान में आई यह नई पार्टी

locationभिवानीPublished: Oct 06, 2018 08:46:06 pm

Submitted by:

Prateek

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकिशन सैन ने शनिवार को यहां पत्रकारवार्ता में ऐलान किया कि…

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(चंडीगढ/भिवानी): हरियाणा में जहां मुख्य विपक्षी दल इंडियन नेशनल लोकदल बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन कर बहुमत हासिल करने की रणनीति पर चल रही है वहीं दलित और पिछडा वर्ग के वोटों में सेंध लगाने के लिए एक और पार्टी भारतीय सामाजिक न्याय पार्टी मैदान में आ गई है। पार्टी ने हरियाणा में अपना नेतृृत्व भी बसपा छोडकर आए नेता को सौंपा है।

 

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकिशन सैन ने शनिवार को यहां पत्रकारवार्ता में ऐलान किया कि भारतीय सामाजिक न्याय पार्टी हरियाणा विधानसभा की सभी नब्बे सीटों पर चुनाव लडेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश विधानसभा चुनाव अगले साल होने वाले हैं और दलित और पिछडों को न्याय दिलाने के लिए पार्टी चुनाव लडकर सत्ता में आना चाहती है।


सैन ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी के दक्षिण हरियाणा के प्रभारी डाॅ श्यामलाल बसपा छोडकर आए हैं और इन्हें भारतीय सामाजिक न्याय पार्टी में शामिल कर पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। सैन ने इसी अवसर पर डाॅ श्यामलाल को माला पहनाकर अपनी पार्टी में शामिल किया और उन्हें हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने का ऐलान कर दिया।

 

सैन ने कहा कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आई तो किसी दलित को ही प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। उन्होंने नारा भी दिया कि ’दलित-पिछडों की बारी है,अबकी सत्ता हमारी है’। उन्होंने कहा कि करीब 85 फीसदी जनता का विकास हुए बिना देश का विकास भी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी अन्य राज्यों में भी चुनाव लडेगी।

 

पार्टी के महासचिव और पूर्व आईपीएस पृृथ्वीराज ने कहा कि उनकी पार्टी के लिए सामाजिक आंदोलन पहले है और राजनीतिक आंदोलन बाद में है। उन्होंने कहा कि अब तक दलित और पिछडों के उत्थान के प्रयास अधूरे ही रहे हैं और इसलिए उनका उत्पीडन भी जारी है। आज भी नब्बे फीसदी दलित भूमिहीन है। उच्च पदों और न्यायपालिका में दलितों का प्रतिनिधित्व नहीं है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त डाॅ श्यमालाल ने कहा कि इनेलो को बसपा के साथ गठबंधन का कोई लाभ नहीं मिलने वाला। उन्होंने दस साल रहने के बाद बसपा छोडने का फैसला किया।

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