भिवानी

मामला कांग्रेस अध्यक्ष की यात्रा में फंसे बच्चे की मृत्यु का : सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ने दिए जांच के आदेश

चंडीगढ़। साइकिल यात्रा में फंसी एंबुलेंस के समय पर पीजीआई रोहतक नहीं पहुंचने के कारण हुई बच्चे की मौत के मामले में हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष डा. अशोक तंवर की परेशानी बढ़ गई है।

भिवानीAug 23, 2018 / 10:07 pm

शंकर शर्मा

मामला कांग्रेस अध्यक्ष की यात्रा में फंसे बच्चे की मृत्यु का : सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ने दिए जांच के आदेश


चंडीगढ़। साइकिल यात्रा में फंसी एंबुलेंस के समय पर पीजीआई रोहतक नहीं पहुंचने के कारण हुई बच्चे की मौत के मामले में हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष डा. अशोक तंवर की परेशानी बढ़ गई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जहां एसपी रोहतक को पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं, वहीं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने स्वास्थ्य महानिदेशक को जांच कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए। रिपोर्ट की औपचारिकता के बाद अशोक तंवर के विरुद्ध एफआईआार दर्ज की जा सकती है।


हरियाणा में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चल रही लड़ाई के बीच अशोक तंवर के विरुद्ध यदि एफआइआर होती है तो उन्हें इसका राजनीतिक नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। तंवर की साइकिल यात्रा पिछले तीन दिन से सोनीपत जिले में घूम रही है। दो दिन पहले राई में जब तंवर की साइकिल यात्रा चल रही थी, तब उस काफिले में एक एंबुलेंस करीब आधे घंटे तक फंसी रही। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बार-बार हूटर देने के बावजूद एंबुलेंस को रास्ता नहीं दिया गया। इसका अंजाम यह हुआ कि पीजीआई रोहतक जाने से पहले ही एंबुलेंस में बच्चे ने दम तोड़ दिया।


अशोक तंवर हालांकि इस हादसे पर दुख जता चुके हैं और पीडि़त परिवार की हरसंभव मदद करने का वादा कर रहे हैं, लेकिन सरकार व कांग्रेस में ही उनके राजनीतिक विरोधियों ने तंवर को बुरी तरह से घेर लिया है। तंवर का कहना है कि बच्चे की मृत्यु दुखदायी घटनाक्रम है और इस पर सरकार को राजनीति करना शोभा नहीं देता है।


स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज बच्चे की मृत्यु पर बेहद गंभीर हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रोहतक के एसपी को पूरे मामले की जांच करने के आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद मैंने अपने विभाग के महानिदेशक से जांच करने को कहा है। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट आने के बाद तंवर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। तंवर की साइकिल यात्रा बच्चे की जिंदगी से अहम नहीं हो सकती। साइकिल यात्रा के दौरान असंवेदनशीलता की तमाम हदें पार कर दी गई हैं। उन्होंने संकेत दिया कि तंवर के खिलाफ एफआइआर भी संभव है।


बच्चे की मृत्यु से आहत अशोक तंवर ने उलटे सरकार को सलाह दी है। उन्होंने कहा कि हम शिशु की मौत से दुखी हैं। किसी को इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। यदि इस मामले में एफआइआर दर्ज की जानी है तो इलाज में लापरवाही बरतने के लिए निजी अस्पताल के खिलाफ एफआइआर दर्ज हो। एक बच्चे की मौत पर किसी को राजनीति करना शोभा नहीं देता। तंवर के अनुसार मुझे जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक बच्चे पहले से बहुत बीमार था और इस हादसे को साइकिल रैली से जोडऩा सही नहीं है। हम बच्चे के परिजनों की हरसंभव मदद करने को तैयार हैं।

क्या है पूरा घटनाक्रम
बच्चे को रोहतक पीजीआइ ले जा रही एंबुलेंस सोनीपत के राई के पास जीटी रोड पर फंस अशोक तंवर की साइकिल रैली में फंस गई थी। बच्चे को रोहतक पीजीआइ पहुंचाने में देरी हो गई और समय पर इलाज न मिल पाने के कारण उसने दम तोड़ दिया। राई के पास गांव रसोई में किराये पर रह रहे जितेंद्र और स्वीटी मंगलवार को अपने नवजात बच्चे की तबीयत बिगडऩे पर रोहतक पीजीआइ ले जा रहे थे।

बुधवार दोपहर रोहतक के पीजीआइ में बच्चे ने दम तोड़ा। मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिले के गांव कैथापकरी निवासी जितेंद्र गांव रसोई के सरपंच के घर किराये पर रहता है। उसका बच्चा बीमार था। उसे एक निजी अस्पताल ले जाया गया था। वहां से रेफर होने के बाद परिजन उसे एंबुलेंस में रोहतक पीजीआइ लेकर जा रहे थे। परिजनों ने बताया कि डॉक्टरों के अनुसार समय पर इलाज नहीं मिलने कारण उनके बच्चे की मौत हुई है।

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