उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के गांव खुर्जा निवासी इदरीश ने बताया कि वह यूपी में बर्तन बनाने की डाई का काम करता है तथा 10 मार्च को अचीनाताल गांव निवासी जयभगवान उसे व उसके बेटे मोहसिन को काम करने के लिए लेकर आया था। चार दिन काम करने के बाद जब वह अपने बेटे मोहसिन के साथ 14 मार्च को वापस अपने घर जा रहे थे, तो जयभगवान ने उन्हे सांजरवास के लिए टैंपों में बैठा दिया, ताकि वहां से वे बस में जा सकें। वह जब वे सांजरवास बस स्टैंड पर पहुंचे तो 4 शरारती युवकों ने उन्हे रोक लिया व उनसे पूछताछ करने लगे।
दस्तावेज दिखाने के बाद भी हुआ दुर्व्यवहार
बताया गया कि उन्होंने इन लड़कों को अपने आधार कार्ड भी दिखाए मगर वे उन्हे गंदी-गंदी गालियां देने लगे। मारपीट करते हुए उन्हे जान से मारने की धमकी दी गई। मारपीट के दौरान राहगीरों ने उन्हें इनसे छुड़वा लिया लेकिन राहगीरों के जाते ही वे फिर उनसे मारपीट करने लगे। इन युवकों ने धार्मिक भावनाएं भड़काते हुए उनकी जबरदस्ती दाढ़ी काट दी। इदरीश ने फोन पर बताया कि वह डर के मारे उस समय तो अपने गांव खुर्जा वापिस आ गए। घर पंहुचने पर उन्होने अपने समाज के लोगों के सामने पूरा मामला रखा तो रविवार को समाज के लोग इक्कठा होकर बौंद थाने में पंहुचे और शिकायत दी।