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केंद्र सरकार के आंकड़ों में घट गए एक लाख छात्र, स्कूल शिक्षा विभाग ने मांगा स्पष्टीकरण

locationभोपालPublished: Feb 20, 2020 10:34:24 pm

Submitted by:

Alok pandya

– यूडीआईएसई प्लस को लेकर केंद्र सरकार गंभीर

school teacher missing in sheopur at mp

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भोपाल। केंद्र सरकार के रिकार्ड में मध्यप्रदेश के 2092 स्कूल और उनमें पढऩे वाले 1 लाख 6 हजार बच्चे अचानक कम हो जाने से हड़कंप मच गया है। केंद्र सरकार के समग्र शिक्षा-आरटीई विभाग ने इस मामले में मध्यप्रदेश सरकार से स्पष्टीकरण मांग लिया है।

दरअसल केंद्र द्वारा देश भर के स्कूलों और छात्रों का ऑनलाइन रिकार्ड रखने के लिए यूडीआईएसई प्लस (यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इनफरमेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन) नामक ऑनलाइन सिस्टम बनाया गया है। इसमें हर जिले के शिक्षा अधिकारियों को पूरी एंट्री करना आवश्यक है। यूडीआई प्लस को जीआई मैपिंग से भी जोड़ा गया है, ताकि स्कूल शिक्षा में चलने वाले फर्जीवाड़े को रोका जा सके। वर्ष 2017-18 की तुलना में 2018-19 में यूडीआईएसई प्लस में मध्यप्रदेश के स्कूलों में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। 2018-19 में प्रदेश में कुल 153984 स्कूल दर्ज किए गए हैं, जो कि पिछले साल की तुलना में 2092 कम हैं। इन स्कूलों में पढऩे वाले 106328 बच्चों का डाटा भी गायब है।
केंद्र सरकार के ईमेल के बाद राज्य शिक्षा केंद्र ने सभी जिलों के कलेक्टर और शिक्षा विभाग के अफसरों से पूछा है कि उनके जिले के कितने स्कूलों की एंट्री यूडीआईएसई प्लस में नहीं की गई और इसके पीछे क्या कारण है। यदि इस मामले में उचित कारण सामने नहीं आता है तो जिम्मेदार अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।


क्या होगा नुकसान-
केंद्र सरकार स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में बजट का आवंटन यूडीआईएसई प्लस के ऑनलाइन डाटा के आधार पर ही करता है। ऐसे में प्रदेश के कम स्कूल और छात्र संख्या होने के कारण फंड कम हो सकता है। वहीं केंद्र द्वारा बनाई जाने वाली योजनाओं के क्रियान्वयन पर भी असर पड़ेगा।
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