सुनने में जरा अजीब लग सकता है, लेकिन बिना टिकट यात्रा करने वालों से रेलवे को लगातार हो रहे भारी घाटे को रोकने के लिए रेलवे ऐसी योजना तैयार कर रहा है। बिना टिकट यात्रा को हतोत्साहित करने और इसमें कमी लाने के लिए भारी जुर्माने पर भी रेलवे विचार कर रहा है। इसे वर्तमान में लगाई जाने वाली पेनाल्टी 250 रुपए से बढ़ाकर 1000 रुपए किया जा सकता है।
बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्री रेलवे की आय में बड़ा छेद कर रहे है। एक अनुमान के अनसार प्रति वर्ष रेलवे को करोड़ों रुपए का नुकसान इनकी वजह से उठाना पड़ता है। इस संबंध में एक प्रस्ताव पश्चिम रेलवे ने रेलवे बोर्ड को भेजा है। पूर्व में इस तरह के प्रस्ताव बोर्ड को भेजे जा चुके हैं, लेकिन जुर्माने में वृद्धि नही की गई, लेकिन इस बार रेलवे इस पर गंभीरता से विचार कर रहा है।
कमांडो की तरह कार्रवाई का प्रस्ताव: पश्चिम रेलवे ने कार्रवाई के लिए भी कुछ सुझाव बोर्ड को दिए हैं। इसमें छापामार और कमांडो की तरह कार्रवाई का प्रस्ताव दिया गया है। नक्सलियों की तरह अंबुश कार्रवाई का प्रस्ताव दिया गया है कि अचानक ट्रेन के ड्राइवर को ट्रैक पर गड़बड़ी की सूचना देकर उसे रोका जाए और जांच करने वाले कर्मचारी ट्रेन पर जाकर जांच शुरू करें। इसमें दूसरा प्रस्ताव यह है कि रेलवे कर्मचारी आमयात्रियों की तरह ट्रेन में सवार हों। यात्रियों से घुलें मिले यदि उन्हें लगता है कि बड़ी संख्या में बिना टिकट लोग यात्रा कर रहे हैं तो फिर टे्रन में टिकट जांच शुरू कर दी जाए।
अकेले भोपाल मंडल में 6.60 करोड़ की वसूली: रेल सुरक्षा बल के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2017 में अकेले भोपाल रेल मंडल में वाणिज्य विभाग और आरपीएफ ने संयुक्त रूप से चेकिंग के दौरान 6.60 करोड़ रुपए की वसूली की। इस दौरान 1,54,735 लोगों पर कार्रवाई की गई।
बिना टिकट यात्रा करने वालों को हतोत्साहित करने जुर्माना राशि बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए बोर्ड के पास प्रस्ताव आया है।
वेद प्रकाश, डायरेक्टर पीआर रेलवे बोर्ड