स्कूल शिक्षा विभाग, मप्र सरकार और यूएनएफपी के संयुक्त तत्वाधान में राज्य स्तरीय किशोर हेल्पलाइन पर विद्यार्थी सोमवार से शनिवार तक सुबह आठ बजे से शाम आठ बजे तक कॉल करके पा सकेंगे। आरएसी के देवाशीष मिश्रा ने बताया कि भोपाल में रशीदिया स्कूल कैम्पस में बनाए गए आधुनिक कॉल सेंटर में आठ काउंसलर पदस्थ किए गए हैं। इन काउंसलर की ट्रेनिंग मुम्बई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस में कराई गई है। काउंसलर्स को तनाव मुक्त रखने के लिए भी खास व्यवस्थाएं की गई हैं।
आयुक्त रश्मि अरुण शमी ने कहा कि किशोर होते बच्चों को कई सवालों के जवाब किताबों से लेकर औपचारिक शिक्षा या परिवार से नहीं मिल पाते हैं, ऐसे सवालों के जवाब बच्चों को मिलते भी हैं तो विकृत तरीके से मिलते हैं। जिससे वे सही और गलत में फर्क नहीं कर पाते। ऐसे सवालों के जबाव अब हेल्पलाइन से मिल सकेंगे। प्रायोगिक तौर पर छतरपुर में शुरुआत में ही सैकड़ों कॉल आए जिसके आधार पर अब पूरे प्रदेश में इसे लॉन्च कर दिया गया है। टेलीफोनिक काउंसलिंग से आगे बढ़ते हुए विद्यार्थियों को आमने-सामने की काउंसलिंग देने के लिए प्रदेश में प्रत्येक विकासखंड स्तर पर एक परामर्श केन्द्र की स्थापना की जाएगी। इन परामर्श केन्द्रों में प्रशिक्षित परामर्शदाताओं की सेवाएं प्रदान की जाएंगी।