सूखीसेवनिया थाना प्रभारी महेंद्र मिश्रा ने बताया कि क्षेत्र में रहने वाली 10 साल की बच्ची। दूसरी कक्षा में पढ़ती है। मां घरों में काम करती है और पिता दिव्यांग हैं। मासूम जहां रहती है, वहां गिने-चुने मकान बने हैं। बच्ची के मकान का भी निर्माण हो रहा है। शुक्रवार रात वह घर में सो रही थी, इस दौरान आधी रात को पड़ोस में रहने वाला त्रिलोकी सिंह राजपूत बच्ची के मकान में घुस गया।
कुछ देर तक उसने बच्ची के साथ अश्लील हरकत इसके बाद गलत काम करने के लिए गोद में उठाकर बाहर ले जाने लगा। जैसे ही वह दरवाजे के पास पहुंचा, बच्ची की नींद खुल गई। बच्ची चिल्लाने लगी, तो आरोपी उसे गोद में लेकर तेजी से बाहर निकलने लगा। इस दौरान बच्ची ने उसे दांत से काटा तो वह उसे छोडकऱ भाग गया। बच्ची ने समझदारी नहीं दिखाई होती तो राजधानी में भी इंदौर जैसी घटना हो जाती, लेकिन बेटी ने अपनी बहादुरी से बड़ी वारदात होने से बचा लिया।
अंकल ने कहा मैं त्रिलोक चलो मेरे साथ
बच्ची ने पुलिस को बताया कि मैं रात में मम्मी-पापा के साथ सो रही थी। इस दौरान आधी रात को अंकल आए और मेरे साथ गंदा काम किया। गेट पर पहुंचे तो मेरी नींद खुल गई। मैंने चिल्लाना शुरू किया तो उन्होंने कहा कि मैं त्रिलोक अंकल हूं, चुप रहो। मुझे डर लग रहा था। घटना के दूसरे दिन परिवार के लोग थाने पहुंचकर इसकी शिकायत की। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ घर में घुसकर छेड़छाड़ और अपहरण का प्रयास करने का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।