सोमवार को जिस सट्टा किंग दिलीप मेहलानी की तलाश की जा रही थी, वह भी आयकर की गिरफ्त में आ गया। अब तक की जांच में सामने आया कि लगभग 100 करोड़ से अधिक की अघोषित आय सामने आएगी।
ये है मामला…
आईपीएल-12 में सटोरियों से जुड़ी सूचना सामने आने पर शनिवार को आयकर विभाग और भोपाल पुलिस ने भोपाल में संयुक्त रूप से कार्रवाई की तो कई खुलासे हुए। साथ ही एक करोड़ 21 लाख रुपये नगद भी मिले थे।
इस दौरान पुलिस को छापेमारी के दौरान जो साक्ष्य मिले, उसके अनुसार यह रैकेट दुबई से ऑपरेट हो रहा था। पुलिस ने भोपाल शहर में ऐसी सात जगहों पर छापेमारी की, जहां आईपीएल की सट्टेबाजी चल रही थी। इनके तार दुबई से जुड़े बताए जा रहे थे, जिसके पुलिस को साक्ष्य भी मिले। साथ ही पुलिस ने हवाला के कारोबार का भी संदेह जताया था। यहां सटोरियों के पास से 500 करोड़ के टर्नओवर का लेखा-जोखा मिला।
इस कार्रवाई के बाद एएसपी अखिल पटेल ने बताया था कि आईपीएल मैच पर सट्टा लगाने वाले सटोरियों का एक बड़ा नेटवर्क पकड़ में आया है।
राजधानी पुलिस टीम के साथ आयकर विभाग की इंवेस्टीगेशन विंग ने शनिवार को राजधानी के साथ बुकीज और सटोरियों के यहां छापे मारकर एक करोड़ 21 लाख रुपए की नगदी जब्त की है। सटोरियों के यहां से लैपटॉप, 5 डेस्कटॉप, 22 मोबाइल, महंगी शराब की 5 बोतलें और एक पेन ड्राइव जब्त की है।
कार्रवाई के दौरान सबसे पहले कोलार रोड स्थित सी-2/3 में रहने वाले नरेश हिमनानी के यहां दबिश दी। दबिश के दौरान यहां पर पुलिस टीम को 56 लाख रुपये नकदी मिले। इस बाद नरेश हिमनानी के बताए अनुसार हबीबगंज, चूनाभट्टी, शाहजहांनाबाद, अशोका गार्डन और हनुमानगंज में दबिश दी गई।
आयकर विभाग की टीम ने भी इन सटोरियों से लंबी पूछताछ करते हुए उनसे उनके आय का स्त्रोत भी पूछा। साथ ही ये भी पुछाा कि अब तक इन लोगों ने कितने का और किन-किन लोगों का सट्टा लगाया है, देर तक आईटी की कार्रवाई जारी रही।
पुलिस ने शनिवार को बताया था कि नरेश हिमनानी का सगा जीजा गिरीश तलरेजा है, जो बेक एंड शेक बेकरी का संचालक है। वह सट्टा किंग है और दुबई में बैठकर सट्टा खिलवा रहा है। गिरीश तलरेजा के साथ अंकित वरयानी और रत्नेश भी दुबई में सट्टा किंग हैं, यह तीनों भोपाल के रहने वाले हैं।
दुबई में बैठ तीनों सुपर मास्टर और भोपाल के सट्टा किंग बुकी मास्टर हैं। यह पांच वेबसाइट के जरिए सट्टा बुक करवा रहे थे। जिनमें दो वेबसाइट और कृष्णा एक्सचेंज के नाम सामने आए हैं। सटोरियों ने इन पांचों वेबसाइट की तकरीबन पांच हजार आईडी राजधानी में बांट रखी हैं, जिनके जरिए सट्टा लगवाया जा रहा था।
आईपीएल के लिए सट्टा खिलाने वालों के यहां जांच तीसरे दिन भी जारी है। नकदी के अलावा डाक्यूमेंट भी मिल रहे हैं।
– पतंजलि झा, प्रधान आयकर निदेशक, जांच बैंक एकाउंट सीज
विभाग ने सटोरियों के बैंक खाते सीज किए हैं। एक अन्य ठिकाने से साढ़े पांच लाख और सात लाख के सोने के बिस्कुट व ज्वेलरी सीज की है। चेतन वाधवानी, संतोष, सतीश गोपनानी, भरत सोनी, कमलजीत, जयप्रकाश मंदानी, मनोहर लाल, गौरव राठी, नरेश हेमनानी, संजीत सिंह चावला और दिलीप महलानी के यहां कार्रवाई की थी।
आयकर विभाग को एक सटोरिये के यहां सोने की ईंट व चांदी की ज्वैलरी भी मिली है। सटोरियों के ठिकानों से हुंडियां मिली है, जिसमें 4 से 5 करोड़ की अघोषित आय है। जानकारों का कहना है कि ये हुंड्डियां इस समय चलन में नहीं है, लेकिन इनके माध्यम से लेन-देन हुआ है।
लॉकर रहे खाली: आयकर विभाग ने सोमवार को भरत सोनी और संजीत चावला के बैंक लॉकर खोले। इसमें ऐसा कुछ भी खास नहीं मिला।
आइपीएल अधिकारियों से हो सकती है पूछताछ
आयकर विभाग का कहना है कि कार्रवाई जारी है। जांच का दायरा बढ़ाने के लिए आइपीएल अधिकारियों से भी इनकम टैक्स पूछताछ कर सकता है। चूंकि भोपाल में जो मामले पकड़ में आए हैं, उनके तार दुबई से जुड़े हैं।