scriptअयोध्या से पहले MP में यहां होने जा रहा है 100 साल पुराने राम मंदिर का पुनर्निर्माण! सरकार कर रही मदद | 100 year old ram temple will be reconstruction by mp government | Patrika News

अयोध्या से पहले MP में यहां होने जा रहा है 100 साल पुराने राम मंदिर का पुनर्निर्माण! सरकार कर रही मदद

locationभोपालPublished: Jun 22, 2018 11:33:25 am

अयोध्या से पहले MP में यहां होने जा रहा है 100 साल पुराने राम मंदिर का पुनर्निर्माण! सरकार कर रही मदद…

ram mandir

अयोध्या से पहले MP में यहां होने जा रहा है 100 साल पुराने राम मंदिर का पुनर्निर्माण! सरकार कर रही मदद

भोपाल। राम मंदिर को लेकर अयोध्या में भले ही विवाद की स्थिति बनी हुई हो, और ये पूरा मामला भी कोर्ट में पेंडिंग चल रहा हो। लेकिन मध्यप्रदेश में एक 100 वर्ष पूराने राम मंदिर को लेकर प्रदेश सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। इसके तहत mp सरकार द्वारा इस 100 साल पुराने राम मंदिर के पुनर्निर्माण की जमीन तैयार कर ली गई है।
इस राम मंदिर पुनर्निर्माण मुहिम को ग्रामीणों ने सियासत से पूरी तरह दूर रखा है। यहां तक की मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए ग्रामीणों ने मंत्रालय में विभाग के प्रमुख सचिव की टेबल पर 10 लाख रुपए नकद तक रख दिए।
जिसके बाद इस मंदिर को बनाने का जिम्मा मप्र हाउसिंग बोर्ड के इंजीनियरों को सौंपा गया है। इस भव्य मंदिर का निर्माण मकराना के बेहतरीन संगमरमर से कराया जाएगा। यह मंदिर मध्यप्रदेश में इंदौर के धतूरिया ग्राम में स्थित है।
राम मंदिर पुनर्निर्माण के नाम पर एकजुट हुए धतूरिया गांव के किसान और ग्रामीण एक साल से इस मुहिम में जुटे हैं। ग्रामीणों का जत्था सरकारी मदद और अन्य औपचारिकताओं के लिए लगभग सवा साल से इंदौर-भोपाल में दफ्तरों के चक्कर लगा रहा है।
गांव के बुजुर्गों का दल मंत्रालय पहुंचा..
जानकारी के अनुसार राज्य के धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग के एक अधिकारी ने ग्रामीणों का जज्बा देख उन्हें सलाह दी कि पहले अपनी तरफ से कुछ काम करके दिखाओ। इसके कुछ ही दिनों बाद गांव के बुजुर्गों का दल भोपाल में मंत्रालय जा पहुंचा और विभाग के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव की टेबल पर 10 लाख रुपए नकद रख दिए।
इतना ही नहीं यहां ग्रामीणों ने यहां तक कहा कि और भी जितना पैसा लगेगा हम जुटाएंगे। आप तो बस अच्छे इंजीनियरों से काम करवा दें। ग्रामीणों के इस व्यवहार से हैरान प्रमुख सचिव ने उन्हें पैसा बैंक में जमा कराने के लिए कहा। इसके बाद ही मंदिर निर्माण का जिम्मा मप्र हाउसिंग बोर्ड को सौंपा गया।
राजस्थान से आएगा मार्बल…
उज्जैन के प्रसिद्ध वास्तुविद से मंदिर का डिजाइन तैयार कराया गया है। यह मंदिर देश में मार्बल खदानों के लिए प्रसिद्ध राजस्थान के मकराना पत्थरों से बनेगा। इसके साथ ही गर्भगृह और शिखर निर्माण के लिए मप्र हाउसिंग बोर्ड ने करीब 65-70 लाख रुपए का टेंडर तैयार किया है। माना जा रहा है कि डेढ़-दो माह में निर्माण शुरू हो जाएगा। जबकि अगले चरण में करीब एक करोड़ रुपए की राशि से डेड़ हजार वर्गफीट का विशाल सभा मंडप बनेगा।
ग्रामीणों ने ली ये शपथ…
निर्माण कार्यों में लगने वाली धांधली की शिकायतों को देखते हुए मंदिर निर्माण मुहिम से जुड़े ग्रामीणों ने इस बात की शपथ ली है कि हर पैसे का हिसाब रखा जाएगा। वहीं भोपाल-इंदौर आने-जाने सहित अन्य इस प्रकार के खर्चे वे स्वयं उठाएंगे।
मंदिर निर्माण के लिए एक समिति का भी गठन किया गया है, जिसके तहत समिति का नेतृत्व गोवर्धन सिंह पटेल को सौंपा गया। वहीं इनके अलावा संतोष सरपंच, जिला पंचायत की कमान संभाल चुके हुकुम सिंह सांकला सहित सैकड़ों ग्रामीण भी इस मंदिर के लिए फावड़ा-तगारी उठाने को कमर कसे हुए हैं।
ग्रामीणों ने करीब 30 लाख रुपए जुटाए…
समिति सदस्यों से मिली जानकारी के अनुसार बुनियादी कामकाज पर 8-10 लाख रुपए खर्च हो चुके। ग्रामीणों ने करीब 30 लाख रुपए अब तक जुटाए हैं। वहीं मप्र धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग ने दो किस्तों में 40 लाख रुपए मंजूर कर दिए हैं।
मप्र गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मंडल के अध्यक्ष कृष्ण मुरारी मोघे के अनुसार ग्राम धतूरिया में राम मंदिर का निर्माण हाउसिंग बोर्ड के विशेषज्ञ इंजीनियरों की देखरेख में होगा। इसे लेकर पूरा गांव एकजुट है ग्रामीणों का उत्साह काबिल-ए-तारीफ है। साथ ही इसके निर्माण में धर्मस्व विभाग का बड़ा सहयोग है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो