वहीं खंडवा में इंदिरा सागर बांध के 12 गेट खोलने पड़ गए। सीहोर के नसरुल्लांगज और रेहटी में भारी बारिश से निचले इलाकों में पानी भर गया। शिवपुरी में बेतवा में नदी उफना गई। नर्मदा, शिप्रा और ताप्ती पहले से ही उफनाई हुई हैं। राजघाट बांध, भदभदा डैम, ओंकारेश्वर बांध और तवा डैम के साथ ही प्रदेश में कई जगह बांधों के गेट खोलने पड़े हैं। सीहोर के नसरुल्लांगज और रेहटी में भारी बारिश से निचले इलाकों में पानी भर गया। बारी बारिश के चलते भोपाल-नसरुल्लागंज रोड को बंद कर दिया गया है।
राजधानी भोपाल स्थित कलियासोत डेम के करीब 5 गेट खोल दिए गए हैं। यहां भारी बारिश के चलते पानी की आवक काफी अधिक हो गई है। पहाड़ी नदियों से अचानक आई बाढ़ के बाद सतपुड़ा डेम के सभी 14 गेट फ्री कर दिए गए हैं। डेम के सभी गेटों से प्रति सेकंड करीब 135000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। सीजन में पहली बार सतपुड़ा डेम के 14 गेट खोलकर तवा नदी में 135000 क्यूसेक पानी प्रति सेकंड छोड़े जाने से निचली नदियों में जलजला है। निचली नदी पर निर्माणाधीन नांदिया घाट और शिवनपाठ पुल बाढ़ में डूब गए हैं। वहीं डेम के गेटों से छोड़े जा रहे पानी का विहंगम दृश्य देखने लोग तवा टू ब्रिज और सतपुड़ा डेम पहुंच रहे हैं। पहाड़ी नदियों से बाढ़ के रूप में सतपुड़ा डेम में आ रहे पानी के चलते आसपास के गांवों में जलभराव जैसी स्थिति निर्मित हो गई है। प्रदेश के प्रमुख जलाशयों में से एक सतपुड़ा जलाशय सारनी के लगातार गेट खुले हैं। इससे तवा नदी में भयंकर बाढ़ है।
24 घंटे में कहां-कितनी बारिश
भोपाल में रात भर रुक-रुक कर बारिश हुई। सुबह भी हल्की बूंदाबांदी हुई, लेकिन 10 बजे से तेज बारिश शुरू हो गई। 24 घंटे के दौरान बैतूल में 3 इंच, भोपाल में 2 इंच, नर्मदापुरम में 3 इंच, पचमढ़ी में 2 इंच, नौगांव में 2 इंच, खजुराहो में डेढ़ इंच और सतना में करीब 1 इंच बारिश हुई। सीधी में 1.5 और नरसिंहपुर में 2.5 इंच पानी गिरा। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान भोपाल, नर्मदापुरम संभाग में बारिश जारी रहेगी। ग्वालियर, चंबल, बुंदेलखंड, बघेलखंड, मालवा निमाड़ में आज बहुत ज्यादा पानी नहीं गिरेगा। रायसेन, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, देवास, नीमच, मंदसौर, उमरिया, अनूपपुर, शहडोल, बालाघाट, बैतूल में भी पानी गिरेगा। इंदौर में हल्की बौछारें पड़ सकती हैं।