सडक़ के नहीं बनने से करीब 20 हजार से अधिक आबादी को इस समस्या का रोजाना सामना करना पड़ रहा हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत बारिश के समय से हो रही है बारिश होने से सडक़ों पर कीचड़ होने से रोजाना दो पहिया वाहन चालक गिरकर घायल हो रहे है ,लेकिन इस बात की चिंता न तो विभाग को है और न ही स्थानीय जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान दे रहे हैं।
रहवासियों को कहना है कि पहले तो सडक़ की खराब थी बाद में जिम्मेदारों ने गड्ढे भरने के लिए सडक़ पर कोपरा की जगह मिट्टी डलवा दी,जिस कारण राहगीर सडक़ पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं।
बारिश में बढ़ गई ग्रामीणों की समस्या
रहवासियों के मुताबिक इस सडक़ पर अमरावत कला, भोजनगर, शोभापुर ,पचामा सहित 13 गांव के ग्रामीणों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि पीडब्ल्यूडी को पता है कि बारिश का समय है तो पहले से सडक़ को बनाने का काम शुरू करना था। बारिश के समय सडक़ खोदने से समस्या बढ़ गई है।
सडक़ का हाल और बुरा हो गया है: सरपंच
अमरावत कला पंचायत के सरपंच सोमत लोधी का कहना है कि सडक़ को बनाने के लिए विभाग और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के पास गई,लेकिन किसी ने सडक़ बनाने पर ध्यान नहीं दिया। छह: माह से सडक़ का और भी बुरा हाल हो गया हैं।
सडक़ के नहीं बनने से राहगीरों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं। सडक़ पर मिट्टी डलने से वाहन फिसल रहे है जिस कारण अब तक कई लोग घायल हो चुके हैं। कृष्णकांत विश्वकर्मा, रहवासी
अधिकारियों ने कोपरा क्यो नहीं डलवाया
अधिकारियों को कोपरा डलवाने के निर्देश दिए गए थे अधिकारियों ने कोपरा क्यो नहीं डलवाया इसकी जानकारी करवाता हंू। कोपरा की जगह मिट्टी डाली गई तो संबधित अधिकारी पर कार्रवाई होगी।
संजय खाड़े , कार्र्यपालन यंत्री , पीडब्ल्यूडी