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बंपर वोट कराने में पीछे रहे 14 मंत्री, अब क्या होगा

locationभोपालPublished: May 21, 2019 11:00:10 pm

Submitted by:

anil chaudhary

लोकसभा का रण : भाजपा के एक दर्जन नेता भी वोटिंग कराने में पिछड़े

भोपाल. प्रदेश में 14 मंत्रियों सहित कांग्रेस के 18 दिग्गज नेता लोकसभा चुनाव में अपने क्षेत्र में बंपर मतदान नहीं करा पाए। जबकि, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुनाव से पहले मंत्रियों और विधायकों को हिदायत दी थी कि वे अपने क्षेत्र में हर बूथ लेवल पर मार्किंग कर ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएं। इधर, भाजपा में भी कुछ ऐसा ही नजारा है। यहां भी पूर्व मंत्री सहित 12 ऐसे दिग्गज नेता है जो अधिक मतदान कराने में विफल रहे हैं। दोनों दलों में कुछ नेता तो ऐसे भी हैं, जो प्रदेश के दूसरे इलाकों में भी प्रचार के लिए गए, पर अपने ही किले में मतदान में पिछड़ गए।
चुनाव परिणाम 23 मई को आना है, बढ़त का पता तभी चलेगा, लेकिन उससे पहले ही मतदान के चरण में ही वे पीछे रह गए। भाजपा ने भी अपने वरिष्ठ नेताओं में कुछ को स्टार प्रचारक बनाते हुए अपने संसदीय क्षेत्र में प्रदर्शन को बेहतर करने की जिम्मेदारी दे रखी थी, लेकिन मतदान का दौर ही उन पर भारी पड़ रहा है। मतदान के मामले में सबसे कमजोर अटेर और भिंड विधानसभा क्षेत्र रहे। अटेर से भाजपा के अरविंद सिंह भदौरिया और भिंड से बसपा के संजीव सिंह कुशवाह विधायक हैं। इन क्षेत्रों में 50 प्रतिशत से कम वोटिंग हुई है। जो भिंड संसदीय क्षेत्र के औसत वोटिंग से पांच फीसदी से भी कम है।

– 14 मंत्री रह गए पीछे
प्रदेश सरकार के 14 मंत्री अपने क्षेत्र में मतदान कराने में पीछे रह गए। इनमें डॉ. गोविंद सिंह लहार, प्रद्युम्न सिंह तोमर ग्वालियर, जयवर्धन सिंह राघोगढ़, गोविंद सिंह राजपूत सुरखी, डॉ. प्रभुराम चौधरी सांची, आरिफ अकील भोपाल उत्तर, पीसी शर्मा भोपाल दक्षिण-पश्चिम, उमंग सिंघार गंधवानी, लाखन सिंह भितरवार, कमलेश्वर पटेल सिहावल, हर्ष यादव देवरी, लखन घनघोरिया जबलपुर पूर्व, तरुण भनोत जबलपुर पश्चिम और प्रदीप जायसवाल वारासिवनी शामिल हैं। इनके विधानसभा क्षेत्र मतदान में औसत से नीचे रहे हैं। इनके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में केपी सिंह पिछोर, लक्ष्मण सिंह चाचौड़ा, विधानसभा उपाध्यक्ष हिना कांवरे लांजी, रतलाम लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया गृह विधानसभा सीट झाबुआ में पिछड़ गए।
– नहीं बढ़ा पाए अच्छी वोटिंग
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री भी मतदान बढ़ाने में विफल रहे। सबसे कमजोर स्थिति विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के क्षेत्र रहली में रही। इनके अलावा यशोधरा राजे सिंधिया शिवपुरी, भूपेंद्र सिंह खुरई, सुरेंद्र पटवा भोजपुर, रामपाल सिंह सिलवानी, विश्वास सारंग नरेला, पारस जैन उज्जैन नार्थ, रतलाम लोकसभा के भाजपा प्रत्याशी जीएस डामोर गृह विधानसभा सीट झाबुआ, रमेश मेंदोला इंदौर-1, महेंद्र हार्डिया के इंदौर-5 विधानसभा क्षेत्र में संसदीय क्षेत्र के औसत से कम मतदान हुआ है।
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