विमला ने पुलिस को बताया कि शुभकरण पांडे को वह अपने बेटे जैसा मानती थीं। इसी भरोसे का फायदा उठाते हुए शुभकरण ने वर्ष 2016 में उन्हें नौ लाख रुपए में नीलबड़ स्थित एक प्लाट दिलवाया और रजिस्ट्री में अपना नाम भी जुड़वा लिया। अगले साल उसने होशंगाबाद रोड स्थित निखिल होम्स में एक फ्लैट खरीदवा दिया। विमला ने फ्लैट खरीदने के लिए 15 लाख रुपए का भुगतान कर दिया। उसके बाद शुभकरण ने उक्त फ्लैट की रजिस्ट्री भी अपने नाम पर करवा ली।
महिला ने जब उससे फ्लैट की रजिस्ट्री मांगी तो वह टालमटोल करता रहा। करीब तीन साल तक टरकाने के बाद विमला को उस पर शंका हुई तो उन्होंने संबंधित विभाग से फ्लैट की डुप्लीकेट रजिस्ट्री निकलवाई। तब पता चला कि फ्लैट को उन्होंने अपने नाम पर खरीदा था, उसकी रजिस्ट्री शुभकरण के नाम पर है और विमला को उसमें गवाह बनाया गया है। इसकी शिकायत उन्होंने टीटी नगर पुलिस से की है। पुलिस ने मामला दर्ज दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है।
पूजा करने गई महिला को बाइक सवार ने मारी टक्कर, मौत
शहर के टीटी नगर थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह एक महिला नवरात्रि की पूजा करने गई थी। वहां रास्ते में बाइक से उसका एक्सीडेंट हो गया। महिला और बाइक सवारों को तुरंत जेपी अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बाइक सवार पर प्रकरण दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
शहर के टीटी नगर थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह एक महिला नवरात्रि की पूजा करने गई थी। वहां रास्ते में बाइक से उसका एक्सीडेंट हो गया। महिला और बाइक सवारों को तुरंत जेपी अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बाइक सवार पर प्रकरण दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
टीटी नगर पुलिस के अनुसार धनवंतरि शर्मा पति दर्शनलाल शर्मा (50) न्यू रेस्टहाउस के पीछे मकान नंबर, 202, बाणगंगा में रहती थीं। धनवंतरी गृहणी थीं और गुरुवार सुबह नवरात्रि का पहला वृत होने के कारण वह मंदिर पूजा करने के लिए सुबह करीब सवा 6 बजे निकली थीं। मंदिर के पास पीछे से आए बाइक सवार ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद वह सड़क पर गिरी गईं।
इस दौरान माथे में बाई ओर उन्हें गंभीर चोट आई थी, इधर टक्कर लगते ही बाइक चालक भी अनियंत्रित होकर सड़क पर गिर गए। वहां से गुजर रहे कुछ लोगों ने धनवंतरी समेत दोनों नाबालिगों को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया, वहां डॉक्टर ने धनवंतरि शर्मा को कुछ ही देर बाद मृत घोषित कर दिया।