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एक क्लास में बैठेंगे 15 स्टूडेंट्स, स्कूल जाकर डाउट्स क्लियर कर सकेंगे स्टूडेंट्स

locationभोपालPublished: Sep 20, 2020 06:52:15 pm

Submitted by:

hitesh sharma

मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर ने जारी की गाइडलाइन, स्कूल्स से शुरू की तैयारी

एक क्लास में बैठेंगे 15 स्टूडेंट्स, स्कूल जाकर डाउट्स क्लियर कर सकेंगे स्टूडेंट्स

एक क्लास में बैठेंगे 15 स्टूडेंट्स, स्कूल जाकर डाउट्स क्लियर कर सकेंगे स्टूडेंट्स

भोपाल। लंबे समय बाद 9वीं से 12वीं क्लास तक के स्टूडेंट्स अपने डाउट्स क्लियर करने स्कूल जा सकेंगे। इसके लिए मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर ने गाइडलाइन जारी की है। जिसमें 21 सितंबर से स्कूल री-ओपन होंगे। इसके तहत कई सेफ्टी पॉइंट बनाए गए हैं, जो स्कूल्स को फॉलो करने होंगे। इसकी तैयारियां स्कूल्स ने शुरू कर दी हैं। गाइडलाइन जारी होने के बाद से ही क्रॉस वेंटीलेशन क्लास में सिटिंग अरेंजमेंट किया जाने लगा है। साथ ही कैंपस में वाटर पॉइंट बढ़ाए गए हैं। स्कूल्स के डायरेक्टर और प्रिंसिपल्स का कहना है हम गाइडलाइन के अनुरूप तैयारियां कर रहे हैं। क्लासरूम पूरी तरह से सेनेटाइज होगा, जिससे बच्चों को किसी तरह की परेशानी न हो। अहम बात बच्चों के पैरेंट्स से परमिशन ली जाएगी।

50 प्रतिशत बच्चे आ सकते हैं

बाल भवन प्रिंसिपल डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि ऑनलाइन क्लासेस चल रही हैं, फिर भी स्टूडेंट्स के कई ऐसे डाउट्स हैं, जो क्लियर नहीं हो पा रहे थे। अब वह सामने बैठकर क्लियर हो सकेंगे। इस दौरान 50 प्रतिशत टीचर ही आ सकते हैं। इसके लिए पैरेंट्स को लेटर भेजे जा रहे हैं। उनकी सेफ्टी को लेकर हमने तैयारी कर ली है। क्रॉस वेंटीलेशन क्लास में हमने छह फीट के डिस्टेंस के साथ सिंगल सीट पर इंतजाम किया है। थर्मल स्केनिंग के बाद ही स्टूडेंट्स को एंट्री दी जाएगी।

 

रोटेशन में आएंगे टीचर्स

मानसरोवर पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. रश्मि ठाकरे ने बताया कि इसके लिए इंटरनल सेटअप जमा रहे हैं। दोनों की क्लास के बच्चों को एक साथ नहीं बुलाएंगे। पहले हम 12वीं क्लास के पूरे बच्चे बुलाएंगे और उनको चार क्लासेस में डिवाइड करेंगे। इसमें एक क्लास में 15 बच्चे से ज्यादा नहीं बैठाएंगे। इसमें टीचर को भी रोटेशन में बुलाया जाएगा। सीनियर टीचर को ज्यादा तवज्जो दी जाएगी। बच्चों की टेबल के बीच में दूरी रखी जाएगी। अहम बात यह है कि बच्चों के पैरेंट्स की परमिशन जरूरी होगी। स्कूल सेनेटाइज किया जाएगा। यह गाइडलाइन जरूरी थी क्योंकि स्टूडेंट्स की ऑनलाइन क्लास तो चल रही हैं, फिर भी उनके अंदर कई ऐसे डाउट्स थे, जो वे नहीं पूछ पा रहे थे।

 

एंट्री गेट पर होगी थर्मल स्क्रीनिंग

स्टूडेंट्स की एंट्री गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग होगी। यदि टेम्प्रेचर बढ़ा मिलता है तो पैरेंट्स के साथ ही मेडिकल ऑफिसर को सूचना दी जाएगी। इसके साथ ही विजिटर्स की एंट्री एलाऊ नहीं होगी। मास्क लगाकर ही स्कूल में प्रवेश की स्टूडेंट्स को परमिशन होगी। स्कूल स्टॉफ एवं स्टूडेंट्स की अब बायोमेट्रिक अटेंडेंस नहीं ली जाएगी। गाइडलाइन के अकॉर्डिंग यदि कोई स्कूल कंटेनमेंट जोन में हैए तो वे 21 सितंबर से ओपन नहीं होगा। उन्हें बाद में परमिशन दी जाएगी। साथ ही यदि कोई स्कूल क्वारेंटीन सेंटर हैं तो पूरी तरह से सेनेटाइज होने और इंस्पेक्शन के बाद ही खोलने की परमिशन दी जाएगी। इस दौरान किसी भी प्रकार की स्पोट्र्स एक्टिविटी की परमिशन नहीं होगी।

 

ये भी करना होगा फॉलो
– क्लासरूम में छह फिट की दूरी पर बच्चे बैठेंगे। इसके लिए स्कूल्स ने डिस्टेंस मेनटेन करते हुए सिंगल बेंच का इंतजाम किया है।
– स्कूल्स में वाटर पॉइंट अधिक होने चाहिए। इसके लिए वाटर पॉइंट्स बढ़ाए गए हैं।
– बच्चे के स्कूल आने से पूर्व पैरेंट्स से लिखित पत्र लिया जाएगा।
– यदि बच्चे को लॉकर प्रोवाइड किए हैंए तो शेयरिंग नहीं करेंगे।
– क्लासरूम में स्टूडेंट्स स्टडी मटेरियल की शेयरिंग नहीं कर सकेंगे।

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