उम्मीदवारों के फेसबुक पर 15000 लाइक्स और ट्विटर पर 5000 फॉलोअर्स होना अनिवार्य है। जो उम्मीदवार अभी सोशल मीडिया पर सक्रिय नहीं है, उन्हें 15 सितंबर तक का समय दिया है। इसका परीक्षण टिकट देते समय पार्टी स्वयं करेगी। प्रदेश में 57 कांग्रेस विधायक हैं। इनमें से 30 ही ज्यादा सक्रिय हैं। इनकी सक्रियता ट्विटर से ज्यादा फेसबुक पर है। कांग्रेस चाहती है कि पार्टी के पदाधिकारी, कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर सक्रिय हों। यह कवायद इसी कड़ी का हिस्सा है। सभी को फेसबुक और ट्विटर अकाउंट खोलने के लिए कहा गया है।
टिकट के दावेदारों के लिए यह अनिवार्यता की गई है। यह आकलन होगा कि दावेदार का फेसबुक पेज है या नहीं। उसके लाइक्स भी देखे जाएंगे। यह अनिवार्यता टिकट दावेदारों के साथ पदाधिकारियों, वर्तमान विधायकों पर भी लागू है।
वाट्सऐप पर भी समूह जरूरी: वाट्सऐप पर सक्रिय होना भी जरूरी है। दावेदारों के पास बूथ के लोगों के वाट्सऐप ग्रुप बने होना चाहिए।
वाट्सऐप पर भी समूह जरूरी: वाट्सऐप पर सक्रिय होना भी जरूरी है। दावेदारों के पास बूथ के लोगों के वाट्सऐप ग्रुप बने होना चाहिए।
भाजपा ने 65 हजार बूथों पर तैनात किए साइबर योद्धा
प्रदेश में भाजपा आइटी सेल से कांग्रेस का आइटी विभाग बहुत पीछे है। भाजपा आइटी सेल के संयोजक शिवराज डाबी का कहना है, प्रदेश के सभी 65 हजार बूथ पर एक-एक साइबर योद्धा तैनात हो चुके हैं, जल्द ही 5 हजार साइबर योद्धाओं की तैनाती और की जा रही है। वहीं कांग्रेस आइटी विभाग के अध्यक्ष अभय तिवारी का कहना है कि 30 हजार बूथ पर सिपाही नियुक्त किए जा चुके हैं। हाल ही में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने धर्मेंद्र वाजपेयी को हटाकर अभय तिवारी को विभाग का अध्यक्ष बनाया था।
प्रदेश में भाजपा आइटी सेल से कांग्रेस का आइटी विभाग बहुत पीछे है। भाजपा आइटी सेल के संयोजक शिवराज डाबी का कहना है, प्रदेश के सभी 65 हजार बूथ पर एक-एक साइबर योद्धा तैनात हो चुके हैं, जल्द ही 5 हजार साइबर योद्धाओं की तैनाती और की जा रही है। वहीं कांग्रेस आइटी विभाग के अध्यक्ष अभय तिवारी का कहना है कि 30 हजार बूथ पर सिपाही नियुक्त किए जा चुके हैं। हाल ही में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने धर्मेंद्र वाजपेयी को हटाकर अभय तिवारी को विभाग का अध्यक्ष बनाया था।
सोशल मीडिया पर सक्रियता बढ़ाने के पार्टी ने यह निर्देश दिए हैं। मौजूदा विधायकों, पदाधिकारियों, सहित टिकट के दावेदारों को भी इसका पालन करना अनिवार्य है।
द्चंद्रप्रभाष शेखर, संगठन प्रभारी मप्र कांग्रेस इस बार चुनाव स्थानीय मुद्दों पर लड़ा जाएगा। पार्टी ने तय किया है कि सभी पदाधिकारी व उम्मीदवारों के लिए फेसबुक पेज-ट्विटर अकाउंट अनिवार्य हैं। जनता से फीडबैक लेना आसान होगा।
अभय तिवारी, अध्यक्ष सोशल मीडिया और आइटी सेल
द्चंद्रप्रभाष शेखर, संगठन प्रभारी मप्र कांग्रेस इस बार चुनाव स्थानीय मुद्दों पर लड़ा जाएगा। पार्टी ने तय किया है कि सभी पदाधिकारी व उम्मीदवारों के लिए फेसबुक पेज-ट्विटर अकाउंट अनिवार्य हैं। जनता से फीडबैक लेना आसान होगा।
अभय तिवारी, अध्यक्ष सोशल मीडिया और आइटी सेल