इससे जहां दो मिनट में निकलना आसान है वहां दस मिनट लग रहे। सामाजिक गरिमा नहीं है। यह अप्रिय बात है। एक-दूसरे को ओवरटेक कर रहे, कहीं भी गाड़ी पार्क कर रहे, हेलमेट पहनने को अपमान समझ रहे। ऐसे में यातायात सुधर नहीं सकता। एक-दूसरे को रास्ता दें, ओवरटेक करना बंद करें, सीट बेल्ट बांधे, हेलमेट पहनें इसी में सुरक्षा है।
शहर में कई चौराहों पर ट्रॉफिक लाइट लगाई जा रही है। अगर लोगों का सहयोग प्राप्त नहीं हुआ तो इसका कोई मतलब नहीं रह जाएगा। इसके लिए उन्होंने यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों की सार्वजनिक भत्र्सना एवं सामाजिक आंदोलन चलने की जरूरत बताई।
नियमों का पालन करने का लें संकल्प
कार्यक्र में नपाध्यक्ष मुकेश टंडन ने मौजूद विद्यार्थियों को यातायात नियमों का पालन करने का संकल्प लेने को कहा। उन्होंने कहा कि अनुशासन से जीवन आनंददायी रहता है। उन्होंने कहा कि मेरे बच्चे भी कई बार यातायात नियमों का उल्लंघन कर देते हैं। उन्हें डांटना पड़ता है। जनप्रतिनिधि के नाते जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ जाती है। हम सभी या हमारे परिजन जहां भी नियमों का उल्लंघन करें उन्हें टोकना चाहिए।
कार्यक्र में नपाध्यक्ष मुकेश टंडन ने मौजूद विद्यार्थियों को यातायात नियमों का पालन करने का संकल्प लेने को कहा। उन्होंने कहा कि अनुशासन से जीवन आनंददायी रहता है। उन्होंने कहा कि मेरे बच्चे भी कई बार यातायात नियमों का उल्लंघन कर देते हैं। उन्हें डांटना पड़ता है। जनप्रतिनिधि के नाते जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ जाती है। हम सभी या हमारे परिजन जहां भी नियमों का उल्लंघन करें उन्हें टोकना चाहिए।
भाषण देकर जाते रहे अतिथि
करीब डेढ़ घंटे बिलंब से शुरू हुए इस कार्यक्रम में एसपी कपूर अपनी बात कहकर चले गए। नपाध्यक्ष आए तो उन्होंने भी अपनी बात कही और चले गए। इस दौरान लोग उठने लगे तो विधायक ने बिना कोई भाषण दिए सड़क सुरक्षा पर आयोजित प्रतियोगिताओं के पुरस्कार वितरित किए। कार्यक्रम में एसएटीआई के संचालक जेएस चौहान भी मौजूद रहे।
करीब डेढ़ घंटे बिलंब से शुरू हुए इस कार्यक्रम में एसपी कपूर अपनी बात कहकर चले गए। नपाध्यक्ष आए तो उन्होंने भी अपनी बात कही और चले गए। इस दौरान लोग उठने लगे तो विधायक ने बिना कोई भाषण दिए सड़क सुरक्षा पर आयोजित प्रतियोगिताओं के पुरस्कार वितरित किए। कार्यक्रम में एसएटीआई के संचालक जेएस चौहान भी मौजूद रहे।