प्रदेश से करीब साढ़े चार हजार लोग हजयात्रा पर जाएंगे। कुरऑ के जरिए इनका चयन हुआ। इसके बाद की प्रक्रिया के तहत हज कमेटी ऑफ इंडिया ने प्रत्येक हजयात्री से 81 हजार रुपए जमा करा लिए हैं। इसके बाद अब दूसरी किश्त के रूप में 1 लाख 20 हजार हज कमेटी के बैंक खाते में जमा कराने है।
इस तरह 20 मार्च तक प्रत्येक हजयात्री को दो लाख 01 हजार रुपए देने होंगे। हज 2019 के लिए प्रदेश से करीब 16 हजार लोगों ने आवेदन किया था। इनमें से करीब 900 यात्री रिजर्व केटेगरी के थे। इनका चयन बिना कुरऑ हुआ।
15 मार्च से पहले होगा रूबात के लिए कुरऑ भोपाल, सीहोर और रायसेन से हजयात्रा पर जाने वालों में कितने लोगों को रूबात में जगह मिलेगी इसका चयन भी कुरऑ के जरिए होना है। तीनों जिलों से करीब एक हजार लोग हजयात्रा पर जाएंगे। मदीना में तो सभी को जगह मिल जाएगी लेकिन मक्का में महज 230 सीटें ही हैं। शाही औकाफ के जरिए इसका चयन करने तीनों जिलों से जाने वाले एक हजार लोगों में से चयन होना है।
80 हजार रुपए तक कम होगा खर्च जिन लोगों को मक्का और मदीनों दोनों जगह रूबात में जगह मिलेगी उन्हें हजयात्रा पर करीब 80 रुपए कम खर्च आएगा। इन यात्रियों को रिहाइश की राशि नहीं देनी होगी। औकाफ ए शाही के जरिए उन यात्रियों का निर्धारण किया जाना है जिन्हें रूबात में जगह मिलेगी। इसके लिए अभी तारीख तय नहीं हुई है।
एक हजार लोग जाएंगे हजयात्रा पर भोपाल, सीहोर और रायसेन से करीब एक हजार लोग हजयात्रा पर जाएंगे। कितने लोगों को रूबात में जगह मिलेगी इसका चयन औकाफ ए शाही करेगा।