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24 लाख प्रवासी मजदूरों को मिला रोजगार, अब तक 5 से अधिक श्रमिकों के बने जॉब कार्ड

locationभोपालPublished: Jun 03, 2020 07:28:38 am

Submitted by:

Pawan Tiwari

सीएम ने कहा- आवश्यकतानुसार नये जॉब कार्ड प्रदान किये जायें।

24 लाख प्रवासी मजदूरों को मिला रोजगार, अब तक 5 से अधिक श्रमिकों के बने जॉब कार्ड

24 लाख प्रवासी मजदूरों को मिला रोजगार, अब तक 5 से अधिक श्रमिकों के बने जॉब कार्ड

भोपाल. कोरोना वायरस और लॉकाडाउन के कारण गांव वापस लौटे प्रवासी मजदूरों को मनरेगा के माध्यम से काम दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि श्रम सिद्धि अभियान में प्रत्येक जरूरतमंद श्रमिक को रोजगार उपलब्ध करवाये जायें। आवश्यकतानुसार नये जॉब कार्ड प्रदान किये जायें। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मनोज श्रीवास्तव से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में मनरेगा के अंतर्गत संचालित कार्यों की जानकारी ली।
इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान को बताया गया कि श्रम सिद्धि अभियान के अन्तर्गत प्रदेश में अभी तक 24 लाख 22 हजार 310 श्रमिकों का नियोजन हुआ है। अधिकांश जिलों में मनरेगा हेल्पलाइन भी कार्य कर रही है। कुल 5 लाख 85 हजार नये जॉब कार्ड जारी किये गये हैं। पात्र परिवारों को संबल योजना में लाभान्वित किया जा रहा है। जो प्रवासी श्रमिक राशन कार्डधारी नहीं है, उन्हें भी लाभान्वित किया जा रहा है। श्रमिकों को 1600 करोड़ से अधिक की राशि का भुगतान किया गया है।
किसानों को मिल गये हैं गेहूँ उपार्जन के 17 हजार 710 करोड़ रूपये
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से गेहूँ उपार्जन संबंधी अद्यतन जानकारी प्राप्त की। प्रमुख सचिव खाद्य शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि उपार्जन प्रारंभ होने से आज तक प्रदेश में 124 लाख 65 हजार मीट्रिक टन गेहूँ का रिकार्ड उपार्जन किसानों से किया गया है। इसमें 112 लाख मीट्रिक टन गेहूँ गोदामों में सुरक्षित परिवहन कर पहुंचाया जा चुका है। यह कुल उपार्जित गेहूँ का 90 फीसदी है।
प्रदेश में 13 लाख 20 हजार किसानों को इसके लिये 17 हजार 710 करोड़ रूपये की राशि का भुगतान किया जा चुका है। किसानों में करीब साढ़े 9 लाख छोटे और मध्यम श्रेणी के किसान शामिल हैं। राज्य में अनुमानित 23 हजार करोड़ रूपये का भुगतान वर्तमान गेहूँ उपार्जन कार्य के लिए किया जाना है। भोपाल सहित इंदौर, उज्जैन, धार, देवास, शाजापुर और श्योपुर में गेहूँ उपार्जन प्रक्रिया जारी है।
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