scriptआयुष्मान में शामिल होंगे 30 बेड के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल | 30 bed hospitals will eligible in aayushman scheme | Patrika News

आयुष्मान में शामिल होंगे 30 बेड के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल

locationभोपालPublished: Nov 29, 2019 10:22:06 pm

Submitted by:

harish divekar

– सरकार ने 11 डॉक्टरों की बनाई टेक्नीकल कमेटी- हर जिले से एक अस्पताल को इस योजना से जोडऩे के लिए बनेगी गाइड लाइन
– अभी इस योजना का फायदा सिर्फ 9 जिलों में

kamalnath news

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कमलनाथ सरकार आयुष्मान-एमपी योजना में अब 30 बेड तक के सुपर स्पेशलिटी हॉस्टिल को शामिल करेगी। इसके अलावा हर जिले के अस्पतालों को इसके दायरे में लाया जाएगा, ताकि आयुष्मान योजना से इलाज का लाभ पूरे प्रदेश में मिल सके। इसके लिए सरकार ने 11 डॉक्टरों की एक टेक्निकल कमेटी गठित कर दी है। यह कमेटी सभी जिलों के अस्पतालों को योजना में शामिल करने के लिए नीति का ड्राफ्ट बनाकर देगी।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को मंत्रालय में आयुष्मान योजना की समीक्षा की। इसमें मुख्यमंत्री को बताया गया कि अभी 9 जिलो के अस्पताल ही आयुष्मान के दायरे में हैं। इस पर सीएम ने पूछा कि बाकी जिलों के अस्पताल क्यों नहीं है, तब अफसरों ने बताया कि राष्ट्रीय मापदंडों के आधार पर केवल नौ जिलों के अस्पताल दायरे में आए हैं।
इस पर सीएम ने बाकी जिलों के अस्पतालों को भी मापदंडों की पूर्ति कराने के आदेश दिए। यह भी तय किया गया कि 30 बेड तक के सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों को योजना के दायरे में लाया जाए। साथ ही एक कमेटी बनाना भी तय किया। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग की जीएम-आपॅरेशन डा. वंदना खरे की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित कर दी गई है। इसमें डा. उपेंद्र दुबे व डा. अंशुल शुक्ला और 8 मेडिकल कॉलेजों के डीन शामिल रहेंगे। यह कमेटी रिपोर्ट देगी कि किस प्रकार अस्पतालों को अपग्रेड करके मापदंडों की पूर्ति कराई जाए। इसके अलावा सुपर स्पेशलिटी सहित अन्य कौन से अस्पतालों को इस दायरे में लाया जाए। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट सहित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

सीएम के ये निर्देश-
योजना में राज्य स्वास्थ्य एजेंसी के जरिए उत्कृष्ट गुणवत्ता वाले अस्पतालों को प्राथमिकता दी जाए। इसके लिए मार्गदर्शिका बनाई जाए। जिन चिकित्सालयों को इस योजना में शामिल किया गया है, उन पर सतत् निगरानी रखी जाए, जिससे कोई गड़बड़ी न हो। गड़बड़ी करने वाले चिकित्सा संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। सभी योग्य हितग्राहियों को अगले 6 माह में गोल्डन कार्ड दिए जाए। शासकीय अस्पतालों के लिए आरक्षित पैकेजेस पर पुनर्विचार हो।

योजना में अब तक यह कदम-

– 1.31 करोड़ कार्ड आयुष्मान भारत-एमपी में बने
– 1.75 लाख लोगों के योजना में दावे प्राप्त हुए

– 1.18 लाख को 157.11 करोड़ इलाज के लिए भुगतान
– 98 निजी व 339 सरकारी अस्पताल पंजीयन, 257 शिविर लग
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