scriptएमवीएम में काटे 30 साल पुराने 30 पेड़, छात्र करेंगे आंदोलन | 30 year old 30 trees cut in MVM | Patrika News

एमवीएम में काटे 30 साल पुराने 30 पेड़, छात्र करेंगे आंदोलन

locationभोपालPublished: Mar 04, 2019 02:02:55 am

Submitted by:

Bharat pandey

मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय प्रशासन का कारनामा, बिना जरूरत बनवाई जा रही छह करोड़ की दो मंजिला बिल्डिंग के लिए हरे-भरे पेड़ों की ले रहे बलि

mvm collage

mvm collage

भोपाल। हरियाली को बचाने के लिए पहले से ही जूझ रही राजधानी में निर्माण के नाम पर पेड़ों की बलि जारी है। इस बार यह काम राजधानी के मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय में किया गया है। यहां पर लगे 30 साल से अधिक पुराने पेड़ों पर प्रबंधन ने नई बिल्डिंग बनाने के नाम पर कुल्हाड़ी चलवा दी। 06 करोड़ रुपए की लागत से 12 कक्षों के दो मंजिला भवन निर्माण के लिए इन पेड़ों को काटा गया है। महाविद्यालय के छात्र इसके विरोध में हैं वे चिपको आंदोलन की तर्ज पर मंगलवार से विरोध करेंगे। यहां अभी पुराने कई बड़े पेड़ काटे जाने हैं।

हालांकि जानकारों की यदि मानें तो विवि में इस समय भवन की आवश्यकता ही नही है। प्रशासनिक भवन के पास पहले से ही बने भवन के आठ कक्ष साल भर खाली रहते हैं। लैब भी सालों से कबाड़ हो रही है। उसमें न तो उपकरण और न ही वहां पर प्रैक्टिकल कराए जा रहे हैं जबकि एक नई लैब का प्रस्ताव अलग से आ गया है।

रूसा के तहत मिले फंड का लगा रहे ठिकाने
जानकारी के अनुसार महाविद्यालय प्रबंधन को राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) के तहत भारी भरकम ग्रांट मिली है। चूंकि इस ग्रांट के उपयोग को भी दिखाया जाना है ऐसे में इसे ठिकाने लगाने का सबसे आसान तरीका भवन निर्माण ही है। इसी के तहत महाविद्यालय में भवन निर्माण प्रस्तावित किया गया था जिससे मंजूरी मिल गई है।

लोकनिर्माण विभाग कर रहा भवन का निर्माण
महाविद्यालय प्रबंधन के अनुसार इस भवन का निर्माण लोक निर्माण विभाग द्वारा कराया जा रहा है। इसके लिए विभाग ने टेंडर भी जारी कर दिए हैं। जल्द ही यहां पर दो मंजिला भवन का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। इसे पूरा करने की समय सीमा 2020 रखी गई है।

दो गुने पेड़ लगाए जाएंगे
रूसा ग्रांट के तहत महाविद्यालय में भवन का निर्माण कराया जा रहा है। चूंकि भवन निर्माण के लिए स्थान तो चाहिए ही इसलिए पेड़ों को अनुमति के बाद काटा जा रहा है। इसकी भरपाई के लिए इसके दो गुने पेड़ लगाए जाएंगे।
– महेंद्र सिंह, प्रभारी प्राचार्य एमवीएम

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो