शहर विस्तार के साथ-साथ आबादी भी बढ़कर अब रायसेन रोड, बैरसिया रोड, होशंगाबाद की आउटर कॉलोनी, बागसेवनियां के अंदर, कटारा और कोलार की तरफ पहुंच गई है। यहां काफी नई कॉलोनियां तो विकसित की गईं हैं, लेकिन उनमें ट्रांसपोर्ट के साधन न होने से लोगों को मुख्य बस स्टैंड तक आने में काफी परेशानी होती है। कोलार, होशंगाबाद रोड, रायसेन रोड, बैरसिया रोड पर बसी ऐसी ही कॉलोनियों को शहर के ट्रांसपोर्ट से जोडऩे के लिए 11 नए रूटों पर बसें चलाई जाएंगी। ये बसें मुख्य रूट से सटी सड़कों की ब्रांचें होंगी जिनमें एक साथ कई कॉलोनियों के लिए बस स्टॉप भी बनाए जाएंगे।
इन क्षेत्रों को होगा ज्यादा फायदा
इस योजना से जाटखेड़ी, भौरी, संस्कार उपवन कोलार, सेमरा, बरनाला, दानिश कुंज, टीबी अस्पताल, जागरण लेकसिटी ,गांधी नगर , बैरसिया , एलएनसीटी, कृष्णा हाइट बैरागढ़ चीचली और सलैया जैसे क्षेत्र लाभान्वित होंगे। बीसीसीएल द्वारा अमृत योजना में शहरी परिवहन को उच्चस्तरीय और सुलभ बनाने की पहल है। इससे पहले भी दो बार शहर से सटी कॉलोनियों को ट्रांसपोर्ट सेवा से जोडऩे के लिए संभागायुक्त स्तर पर बैठकें की गईं, बीसीएलएल ने कुछ मिडी बसें भी खरीदी हैं।
इस योजना से जाटखेड़ी, भौरी, संस्कार उपवन कोलार, सेमरा, बरनाला, दानिश कुंज, टीबी अस्पताल, जागरण लेकसिटी ,गांधी नगर , बैरसिया , एलएनसीटी, कृष्णा हाइट बैरागढ़ चीचली और सलैया जैसे क्षेत्र लाभान्वित होंगे। बीसीसीएल द्वारा अमृत योजना में शहरी परिवहन को उच्चस्तरीय और सुलभ बनाने की पहल है। इससे पहले भी दो बार शहर से सटी कॉलोनियों को ट्रांसपोर्ट सेवा से जोडऩे के लिए संभागायुक्त स्तर पर बैठकें की गईं, बीसीएलएल ने कुछ मिडी बसें भी खरीदी हैं।
इधर मिसरोद से होशंगाबाद रोड तक बन रही दस लेन रोड का काम ठेका कंपनी सीडीएस ने अचानक बंद कर दिया है। पिछले 70 दिनों से ठेका कंपनी की पूरी मशीनरी अब्दुल्लागंज से कंस्ट्रक्शन के काम में लगी हुई थी लेकिन भोपाल की तरफ वाली सड़क पर काम ठप है। लगभग 549 करोड रुपए के इस प्रोजेक्ट में लापरवाही बरतने के मामले में एमपीआरडीसी ने ठेका कंपनी को नोटिस जारी कर जवाब देने कहा है। मिसरोद से होशंगाबाद रोड तक मौजूदा सड़क को कंपनी ने पूरी तरह से खोद दिया है और बगैर डायवर्सन अंडर कंस्ट्रक्शन रोड पर भारी यातायात चल रहा है।