भविष्य में न हो ऐसी घटना
सिख धर्म के गुरु ने इस मौके पर कहा कि हम अरदास करते हैं कि सभी मिल जुल कर रहें और जो घटना 36 साल पहले हुई वो अब वो कभी न हों। और सभी हंसी-खुशी मिल कर रहें। जैन धर्म के गुरु ने कहा कि भगवान जिनेन्द्र सभी को शांति प्रदान करें 36 साल पहले हुई भीषण त्रासदी से सभी को उबारे और भविष्य में ऐसा कभी न हो इसकी कृपा करें।
मैंने देखा है वो मंजर
इस मौके पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमने अपने सुख के लिए कई बार ऐसे चीजें इजाद कर लीं जो हमारे लिए मुश्किल बन गईं। कई बार इसका परिणाम बहुत भयानक होता है। चौहान ने कहा कि मैं उस वक्त 25 साल का था। माताएं—बहनें आदमी, मैंने वो मंजर देखा है। दौड़ते—दौड़ते तेजी से सांस लेते तो गैस अंदर जाती।
गैस त्रासदी ने हमको सबक दिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि भीषण त्रासदी का वो भयानक दृश्य आज भी मेरी आंखों के सामने वैसा का वैसा ही उतर जाता है। हम पर्यावरण भी बचाएं, पेड़ पौधे पशु पक्षी का भी ध्यान रखें। पर्यावरण और विकास में संतुलन ये सबक भोपाल त्रासदी ने हमको दिया है।
ताकि हम ऐसी चीज दोबारा न बनाएं
चौहान ने कहा कि इस पर हम काफी समय से विचार कर रहे हैं, लेकिन अब समय आ गया है। एक गैस त्रासदी का स्मारक हमें भोपाल में जल्दी से जल्दी बनाना चाहिए, ताकि ये स्मारक दुनिया को सबक दे, हम ऐसी चीज दोबारा ना बनाएं कि दुनिया पर भारी पड़े।
पर्यावरण को बचाने का संकल्प लें
भोपाल गैस त्रासदी के शिकार हुये भाईयों-बहनों को आज हम मौन श्रद्धांजलि देकर फिर यही संकल्प लेंगे कि हम पर्यावरण को बचाकर रखेंगे। कोशिश करेंगे कि फिर ऐसी कोई घटना न हो।
कल्याणी बहनों को मिलेगी पेंशन
चौहान ने कहा कि हमारी वो बहनें जिन्हें हम कल्याणी कहते हैं उन्हें ₹1000 पेंशन दी जा रही थी, वह पेंशन बंद कर दी गई थी, त्रासदी का दंश भुगत रहीं मेरी उन बहनों की पेंशन तत्काल फिर प्रारंभ की जाएगी।