काउंसिलिंग से बाहर होने वाले इन छात्रों की रैंक ज्यादा
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में सरकारी 15 इंजीनियरिंग कॉलेज को मिलाकर कुल 160 कॉलेज में 61 हजार सीटें हैं। तकनीकी शिक्षा विभाग ने पहले चरण की काउंसिलिंग के तहत 15634 छात्रों का सीटें आवंटित की हैं। अभी भी प्रदेशभर में लगभग 45000 सीटें खाली हैं। किसी भी कॉलेज में एडमिशन नहीं लेने वाले 4389 छात्रों के संबंध में अधिकारियों का कहना है कि काउंसिलिंग से बाहर होने वाले इन छात्रों की रैंक ज्यादा थी। वे जोसा की काउंसिलिंग में शामिल है, लिहाजा उन्होंने प्रदेश के कॉलेज में दिलचस्पी नहीं दिखाई।
सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज भी खाली
इंजीनियरिंग में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की पहली पसंद सरकारी कॉलेज होते हैं, लेकिन इस बार सरकारी कॉलेज में भी सीटें अभी तक खाली हैं। यहां 1054 सीटों पर ही प्रवेश हुए हैं। 5146 सीटें अभी खाली हैं।
विद्यार्थियों को अपग्रेडेशन के मिलते हैं दो मौके, चुन सकते हैं मनचाहा कॉलेज
मनचाहा कॉलेज न मिलने पर विद्यार्थी दो बार अपग्रेडेशन का ऑप्शन चुन सकते है। शनिवार शाम पांच बजे तक पहली बार अपग्रेड हो चुके है। आवंटन 17 जुलाई को जारी होगा। विद्यार्थी 20 जुलाई तक दूसरी बार अपग्रेडेशन कर सकेंगे।
तीन ब्रांच में एक भी एडमिशन नहीं
इंजीनियरिंग की तीन ब्रांच ऐसी भी हंै, जिसमें प्रदेश में एक भी एडमिशन नहीं हुए है। इनमें एप्लाइड इलेक्ट्रिकल एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग, बायोटेक्नॉलोजी और एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग शामिल हैं।