डॉ. राजकुमार के अनुसार शुगर से कई और तरह की बीमारियां भी बढ़ने लगती हैं। साथ ही इसकी सबसे भयावह स्थिति तब होती है जब हमारी ग्रंथियां फेल होनी शुरू हो जाती हैं।
इस संबंध में डॉ. राजकुमार का कहना है कि यदि हम नियमित जीवनशैली और संतुलित खानपान को अपनाए तो इस समस्या से राहत पाई जा सकती है।
इस संबंध में डॉ. राजकुमार का कहना है कि यदि हम नियमित जीवनशैली और संतुलित खानपान को अपनाए तो इस समस्या से राहत पाई जा सकती है।
इसके लिए हमें कुछ घरेलू उपायों की ओर खास तौर से ध्यान देना होगा जो शुगर को नियंत्रित करने में काफी मदद करते हैं… शुगर को नियंत्रित करने वाले उपाय…
1. भिंडी- एक कांच के बर्तन में 4 से 5 भिंडी पानी में काट कर रख दीजिए। सुबह तक उसमें भिंडी गल जाएगी अब आप उस पानी को पी लीजिये इस पानी से शुगर लेवल कंट्रोल हो जाता है।
1. भिंडी- एक कांच के बर्तन में 4 से 5 भिंडी पानी में काट कर रख दीजिए। सुबह तक उसमें भिंडी गल जाएगी अब आप उस पानी को पी लीजिये इस पानी से शुगर लेवल कंट्रोल हो जाता है।
2. जामुन- जामुन की पत्तियाँ, फूल, फल, गुठलियां सब शुगर कंट्रोल करने में काफी अच्छी मानी जाती है। जामुन के बीज आप सुखा कर पीस लीजिये। इनका चूर्ण आप नियमित रूप से लीजिये काफी फायदा करेगा। यह चूर्ण आप दिन में दो बार लीजिये काफी लाभ होगा।
3. गेंहू की ज्वारी- गेंहू को मिट्टी में दबा कर उससे जो हरी हरी घास निकलती है, उसे गेंहू की ज्वारी कहा जाता है। यह शुगर के मरीजों के लिए एक बेहतरीन तोहफा है। इसे भी आप अपनी डाइट में शामिल कीजिए। 5 से 7 दिन की जो ज्वारी है वो आपके लिए और भी फायदा करेगी यह रक्त में शर्करा के प्रभाव को कम कर देती है। इसका जूस निकाल कर या फिर ऐसे ही आप इसे खा सकते हैं।
4. एलोवेरा- मधुमेय रोग के लिए एलोवेरा भी काफी अच्छा स्त्रोत है। आप चाहें तो एलोवेरा की सब्जी बना कर भी खा सकते हैं। आप चाहें तो इसका चूर्ण भी बना कर रख सकते हैं या फिर इसका रस भी आप पी सकते हैं। यह शुगर कंट्रोल करने का रामबाण इलाज है।
5. नीम- नीम व गिलोय की दातुन करें, दातुन करते समय जो पानी मुंह में आए उसे बाहर ना निकालें बल्कि अंदर ही गटक लें। इसे आप अपनी दिनचर्या में शामिल कीजिए। इससे भी शुगर लेवल काबू में रहता है।
जानिये क्या है शुगर यानि डाइबिटीज…
क्या आप जानते हैं डाइबिटीज के मामले में भारत चीन के बाद दूसरे नंबर पर हैं। डाइबिटीज या मधुमेह एक ऐसी बीमारी है कि इसका अगर समय रहते इलाज न कराया जाए तो यह काफी घातक सिद्ध हो सकता है।
क्या आप जानते हैं डाइबिटीज के मामले में भारत चीन के बाद दूसरे नंबर पर हैं। डाइबिटीज या मधुमेह एक ऐसी बीमारी है कि इसका अगर समय रहते इलाज न कराया जाए तो यह काफी घातक सिद्ध हो सकता है।
ये हैं बचाव के तरीके…
अपनी जीवन शैली में कुछ बदलाव कर डाइबिटीज की समस्या से निजात पाई जा सकती है. इसके लिए आपको ये उपाय करना लाभदायक हो सकता हैं. 1. फैट कम करना है जरूरी : हमारे शरीर को फैट बेडौल कर देता है। इसके साथ ही ये शरीर में प्रोटीन को ग्रहण करने की क्षमता को कम करता है। जिसकी वजह से शरीर में इन्सुलिन की कमी हो जाती है और हमारे शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है।
अपनी जीवन शैली में कुछ बदलाव कर डाइबिटीज की समस्या से निजात पाई जा सकती है. इसके लिए आपको ये उपाय करना लाभदायक हो सकता हैं. 1. फैट कम करना है जरूरी : हमारे शरीर को फैट बेडौल कर देता है। इसके साथ ही ये शरीर में प्रोटीन को ग्रहण करने की क्षमता को कम करता है। जिसकी वजह से शरीर में इन्सुलिन की कमी हो जाती है और हमारे शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है।
2. कम करें कार्बोहाइड्रेट का यूज : कार्बोहाइड्रेट का इस्तेमाल डाइबिटीज के मरीजों को कम ही करना चाहिए। ब्लड शुगर के मरीजों के लिए कार्बोहाइड्रेट प्रयोग ठीक नहीं माना जाता। इसलिए ऐसे लोगों को चावल, पास्ता, पॉपकॉर्न, राइस पफ और वाइट फ्लौर के इस्तेमाल से बचना चाहिए। बतादें कि मधुमेह के दौरान शरीर कार्बोहाइड्रेट्स को पचा नहीं पता है। इस वजह से शरीर में शुगर तेजी से जमा होने लगता है।
3. फाइबर युक्त आहार का प्रयोग करें : डाइबिटीज के मरीजों को फाइबर युक्त आहार का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि फाइबर युक्त आहार हमारे ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। अवशोषित फाइबर ब्लड में शुगर की अधिक मात्रा को अब्जर्ब कर लेता है और इन्सुलिन को नार्मल करके मधुमेह को नियंत्रित करता है।
4. डाइट में लें प्रोटीन : ब्लड शुगर से पीड़ित मरीजों को अपनी डाइट में लाल मीट शामिल करना चाहिए। उच्च प्रोटीन डाइट खाने से शरीर में ताकत बनी रहती है क्योंकि मधुमेह रोगियों को कार्बोहाइड्रेड और हाई फैट से दूर रहने के लिए कहा गया है।
5. रोज करें एक्सरसाइज : ब्लड शुगर से पीड़ित मरीजों को हर रो? योग ?? प्राणायाम का नियमित अभ्यास करना, सुबह शाम वॉक करना मधुमेह रोग में शुगर कंट्रोल करने के लिए बहुत लाभदायक है साथ ही मोटापा नियंत्रण में रहता है जो कि डायबिटीज का महत्वपूर्ण कारण है।
6. तनाव से दूर रहे : मधुमेह के रोगियों में तनाव की अधिकता हो जाती है। डाइबिटीज के मरीजों को तनाव नहीं करना चाहिए। साथ ही तनाव से बचने की पूरी कोशिश करें। तनाव कम करने के लिए योगा, प्राणायाम, ध्यान तथा सुबह शाम घूमना बेहतर माना जाता है।
7. ताजे फलों का इस्तेमाल : डाइबिटीज के मरीजों को ताजे फलों का इस्तेमाल करना चाहिए। फलों में नेचुरल सुगर पाया जाता हैं, फल खाने विटामिंस और मिनरल्स की कमी को पूरा करते हैं और यह मधुमेह को कंट्रोल करने में भी मदद करते हैं।
8. दूर रहे शराब से : डाइबिटीज के रोगियों को शराब ना पीने की सलाह दी जाती है। अगर डायबिटीज का कोई रोगी शराब पीता है तो उसे अपनी शराब पीने की आदत को थोड़ा सीमित कर देना चाहिए।
9. स्मोकिंग को अलविदा : ब्लड शुगर के मरीजों को धूम्रपान करने से बचना चाहिए। क्योंकि सिगरेट में मौजूद निकोटिन इंसुलिन की मात्रा बढ़ा देती है। जिसकी वजह से ब्लड शुगर अनियंत्रित हो जाती है। इस वजह से दिल का खतरा और किडनी प्रॉब्लम होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
10. भूख अनुसार ही उतना खाएं : डायबिटीज के रोगियों को ओवरईटिंग से बचना चाहिए। इसलिए कोशिश करना चाहिए कि जितनी भूख हो उतना ही खाएं, भूख से अधिक खाने के कारण भी डायबिटीज बढ़ने का खतरा रहता है। मधुमेह के रोगी ओवरईटिंग न करें, और न ही फास्ट फूड और जंक फूड का सेवन करें। चिकित्सकों के अनुसार इसमें कोलेस्ट्रॉल होता है जिससे मुधमेह रोगियों की स्थिति पहले से अधिक खराब हो सकती है।