scriptकिसान कर्ज घोटाले में तीन माह में 50 एफआइआर | 50 FIRs in three months in farmer loan scam | Patrika News
भोपाल

किसान कर्ज घोटाले में तीन माह में 50 एफआइआर

लोकायुक्त, ईओडब्ल्यू और पुलिस कर रही जांच200 सहकारी कर्मचारी नामजद
 

भोपालMar 03, 2019 / 08:23 pm

anil chaudhary

kisan

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भोपाल. किसान कर्ज घोटाले में तीन माह में 50 एफआइआर दर्ज की गई हैं। इसमें समिति प्रबंधक और सहकारी बैंकों के शाखा प्रबंधक सहित 200 आरोपी बनाए गए हैं। इन मामलों की जांच लोकायुक्त, इओडब्ल्यू और पुलिस कर रही है। जांच एजेंसियां पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि ये फर्जीवाड़ा कितने का करोड़ का है। विभाग यह घोटाला 2000 करोड़ से अधिक का मान रहा है। सबसे ज्यादा गड़बडिय़ां ग्वालियर जिले में सामने आई हैं।
सूत्रों के अनुसार पड़ताल में यह सामने आया कि कई समिति प्रबंधक और बैंक कर्मचारी किसानों के नाम पर कर्ज लेकर बाजार में ब्याज पर पैसे चला रहे थे। ऐसे मामलों में 300 से अधिक पर संदेह है, इनसे पुलिस पूछताछ कर रही है। किसानों के लिए शून्य ब्याज पर कर्ज मिलता था। इसका फायदा उठाते हुए सहकारी कर्मचारी किसानों के बही-खाते में लोन ज्यादा चढ़ाकर रकम ब्याज पर चलाते थे। कांग्रेस के कर्जमाफी की घोषणा के चलते किसानों ने इस उम्मीद में कर्ज अदा नहीं किया था कि उनकी रकम माफ हो जाएगी। इधर, समिति के कर्मचारियों को इस बात का अंदाजा नहीं था कि ऋण सार्वजनिक किया जाएगा और किसान आपत्ति उठाएंगे। अब तक करीब एक हजार ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिनमें किसानों ने कर्ज नहीं लिया और उनके नाम पर कर्ज चढ़ा मिला।
– यहां की समितियों में हुई एफआइआर
ग्वालियर, सागर, कटनी, बैतूल, उज्जैन, आगर मालवा, झाबुआ, दतिया, हरदा, होशंगाबाद, सतना, रीवा जिले की समितियों के अधिकारियों-कर्मचारियों पर नामजद एफआइआर दर्ज की गई है।
– 1500 शिकायतें मिली
कर्जमाफी की सूची में ऋणी किसानों के नाम नहीं होने की 1500 शिकायतें जिला समिति में आई हैं। इनमें 300 मामले कमर्शियल बैंकों के हैं। कुछ मामले ऐसे भी हैं, जिनमें जमीन बेच चुके किसान कर्जमाफी की रकम के लिए दावा कर रहे हैं। शिकायतों में किसानों ने कहा कि कुछ कर्ज ऐसा भी चढ़ाया है, जो वे पहले जमा कर चुके हैं। सबसे ज्यादा शिकायतें शिवपुरी, हरदा, ग्वालियर अलीराजपुर, और सागर जिले में आई हैं।
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