एक ओर जहां मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में आगामी 10 दिनों तक गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। वहीं ज्योतिष के जानकारों का कहना है कि ग्रह नक्षत्रों के हिसाब से जो संकेत बन रहे हैं, उससे इस बार बारिश की स्थिति सामान्य रहेगी। फसलों के लिहाज से अच्छी बारिश होगी, लेकिन खंडवृष्टि के भी योग बनेंगे।
मानसून का आगमन 22 जून के आसपास
ज्ञात हो कि, मानसून ने अपने निर्धारित समय सीमा में भारत में केरल के रास्ते प्रवेश तो कर लिया है। लेकिन, यहां से उसकी रफ्तार बेहद कम हो गई है। वहीं ज्योतिष जानकारों का कहना है कि सूर्य का आद्रा नक्षत्र में प्रवेश 22 जून को होगा।
इसी के साथ वर्षाकाल की शुरुआत होगी। उनके अनुसार सूर्य के आद्रा प्रवेश के साथ ही वर्षा ऋतु शुरू होती है। इस बार मानसून का आगमन भी 22 जून के आसपास ही होगा। आद्रा नक्षत्र से हस्त नक्षत्र तक कुल आठ नक्षत्र वर्षा के माने गए हैं। हर नक्षत्र 15 दिन का होता है। इस तरह कुल चार महीने वर्षा ऋतु के माने गए हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 10 दिनों तक मध्य प्रदेश में बारिश के आसार नहीं हैं। इसी बीच आगामी चार दिनों के भीतर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, चंबल और बुंदेलखंड में गर्मी बढ़ेगी। खजुराहो में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 46 डिग्री पर आ पहुंचा है। वहीं ज्यो. जानकारों का मानना है कि कुुछ निश्चित नक्षत्रों में बारिश होती है जो इस प्रकार हैं- आद्रा,पुनर्वसु,पुष्य,अश्लेषा,मघा,पूर्वा,उत्तरा,हस्त। इधर, मौसम विभाग के अनुसार अभी कहीं-कहीं बादल हैं, लेकिन नमी नहीं मिलने से बारिश के कोई आसार नहीं हैं।
मौसम विभाग के अनुसार मानसून की धीमी गति के चलते अब मानसून 16 जून तक ही एक्टिव होकर मध्य प्रदेश पहुंच सकता है। ऐसे में इसके बाद ही कुछ राहत की उम्मीद है। वहीं ज्योतिष मठ संस्थान के पं. विनोद गौतम का कहना है इस बार मानसून की जोरदार दस्तक होगी। तेज हवाओं के साथ बारिश होगी।
जानकारों के अनुसार पूर्व में कुछ जगहों में हुई बारिश से जरूर ऐसा लगा था कि इस बार मानसून जल्द आ सकता है, जो कुछ हद तक केरल में हुआ भी, लेकिन अब यह देरी कर रहा है। मौसम विभाग का भी मानना है कि मानसून की रफ्तार काफी कम होने के साथ ही वर्तमान में वह कर्नाटक पहुंचने के बाद वहीं अटक गया है। वहीं इस संबंध में विष्णु राजौरिया ने बताया कि इस बार ग्रहीय स्थितियां सामान्य बारिश के संकेत दे रही हैं।
जून : 06 दिन
जुलाईं : 15 दिन
अगस्त : 14 दिन
सितम्बर : 14 दिन
अक्टूबर : 04 दिन