मध्यप्रदेश के इंदौर में चिड़ियाघर में हड़कंप मचा हुआ है। यहां फैले रेबीज से दहशत का माहौल है। 6 भेड़ियों की मौत रेबीज से होना बताया गया है. वहीं दो भेड़िए भी जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। उन्हें बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। चिड़ियाघर प्रबंधन बाकी जानवरों को भी इस संक्रमण से बचाने के प्रयास कर रहा है। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश हाल ही में भेड़िया यानी वुल्फ स्टेट बना है। देश के अन्य राज्यों में मध्यप्रदेश में ही सबसे अधिक 772 भेड़िए हैं। इसके अलावा मध्यप्रदेश टाइगर स्टेट, लेपर्ड स्टेट, घड़ियाल स्टेट के साथ ही वल्चर स्टेट भी घोषित हो चुका है।
प्रबंधन ने मृत भेड़ियों का पोस्टमार्टम कराया तो इनकी मौत रेबीज से होने की पुष्टि की गई है। अब प्रबंधन इस संक्रमण से दूसरे जानवरों को बचाने के इंतजाम में लगा है। दवा का छिड़काव किया जा रहा है। सभी जानवरों की मॉनिटरिंग की जा रही है।
इंदौर के कमलना नेहरू प्राणी संग्रहालय में बाघों की संख्या बढ़ गई है। बाघिन जमना ने चार शवकों को जन्म दिया है। इसमें से तीन शावक पीले और एक सफेद है। इसके बाद अब बाघों की संख्या यहां 13 हो गई है। शावकों को आब्जर्वेशन में रखा गया है। किसी भी इंसान को पिंजरे के आसपास भी नहीं जाने दिया जा रहा है। क्योंकि बाघिन अपने शावकों को किसी तरह का नुकसान पहुंचा सकती है। इसके लिए भी प्रबंधन अलर्ट हो गया है। लगातार निगरानी की जा रही है।
विशेषज्ञों के मुताबिक सामान्यतः कुत्ते, बिल्ली, बंदर के काटने से रेबीज फैलता है। इंसान का खून जब जानवरों की लार के संपर्क में आता है तो रैबीज का खतरा बढ़ जाता है। यह जानलेवा रोग है। वरिष्ठ पशु चिकित्सक डा. प्रशांत तिवारी कहते हैं कि रेबीज एक जानवर के दूसरे जानवर को काटने से फैलता है।